घर में शंख रखने से दूर होती है जीवन की समस्याएं

Tuesday, May 19, 2020 - 04:32 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
हिंदू धर्म में ऐसी बहुत सी चीज़ों के बारे में बताया गया है जिनका न केवल धार्मिक रूप से महत्व है बल्कि ज्योतिष दृष्टिकोण से भी महत्व है। मगर क्या आप जानते हैं धार्मिक और ज्योतिष के साथ-साथ वास्तु में भी इसका अधिक महत्व है। जी हां, लगभग लोग शायद यही जानते हैं कि शंख को केवल हिंदू धर्म में खास माना जाता, तमाम तरह की पूजा, धार्मिक अनुष्ठान आदि में इसका उपयोग करना अनिवार्य होता है। मगर कम ही लोग जानते हैं वास्तु के अनुसार इससे घर में तथा जीवन में पैदा नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। कहा ये भी जाता है कि इसकी ध्वनि में इतनी शक्ति होती है कि अगर रोज़ाना बजाया जाए तो आस-पास की सारी नकारात्मक शक्तियां खत्म हो जाती हैं। तो चलिए जानते हैं शंख से जुड़ी खास बातें-

*वास्तु की मानें तो जब शंखनाद किया जाता है तो इसकी ध्वनि जहां तक पहुंचती हैं वहां तक की वायु शुद्ध और उर्जावान हो जाती है। कुछ वास्तु विशेषज्ञ तो कहते है कि इससे सोयी हुई भूमि भी नियमित शंखनाद से जाग उठती है। जिससे रोग-शोक और कष्टों में कमी आती है तथा परिवार के सदस्य सुख-समृद्धि की ओर रहते हैं।

*विष्णु पुराण के अनुसार दक्षिणावर्ती शंख के शीर्ष में चन्द्र देवता, मध्य में वरुण, पृष्ठ भाग में ब्रह्मा और अग्र भाग में गंगा, यमुना तथा सरस्वती का वास माना गया है। इसके पवित्र जल को तीर्थमय माना जाता है। कहा जाता जो व्यक्ति इस शंख के जल से स्नान कर लेता है, उसे सम्पूर्ण तीर्थों में स्नान का फल प्राप्त हो जाता है। इस संदर्भ में वास्तु शास्त्रों मानते हैं घर में व जीवन में पैदा दोषों के प्रभाव को कम करने के लिए शंख में गाय का दूध रखकर इसका छिड़काव घर में किया जाए तो सकारात्मक उर्जा का संचार होता है।

*धार्मिक सहित वास्तु शास्त्र भी ये मानता है कि जब विजय का प्रतीक माने जाने वाले शंख से कोई भी धार्मिक अनुष्ठान के आरम्भ में शंख ध्वनि की जाती है तो। इसकी ध्वनि जहां तक पहुंचती है, सभी प्रकार की नकरात्मक ऊर्जा दूर होती है।


*इसलिए ऐसा कहा जाता है कि जिस घर में शंख रखा होता है, वहां हर तरफ सकारात्मक ऊर्जा का संचार रहता है।

Jyoti

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