अपनी क्षमता के आधार पर ही रखें अपनी इच्छाएं

Saturday, Mar 17, 2018 - 05:57 PM (IST)

​ईसप एक बड़े नीतिकार माने जाते थे। ईसप ने जीवन को सही ढंग से जीने के लिए और सही-गलत की पहचान करने के लिए कई नीतियां बताई हैं। ईसप की कहानियां बहुत ही सरल होती हैं, जिन्हें पढ़ कर कोई भी आसानी से उससे शिक्षा ले सकता है। ईसप ने अपनी एक कहानी में अतिसाहस से नुकसान के बारे में बताया है-


एक कछुआ यह सोचकर बहुत दुखी रहता था कि वह आकाश में उड़ नहीं सकता। उसने मन ही मन सोच लिया कि अगर कोई उसे एक बार आकाश में पहुंचा दे तो फिर वह भी पक्षियों की तरह आकाश में उठते हुए यहां-वहां घूमेगा। उसने एक गरुड़ पक्षी के पास जाकर कहा कि यदि वह उसे एक बार आकाश में पहुंचा देगा तो कछुआ समुद्र के सारे रत्न निकालकर उसे दे देगा। कछुए की बात सुनकर गरुड़ ने कहा कि ‘तुम जो चाहते हो उसका पूरा होना असंभव है। जमीन पर चलने वाले जंतु कभी भी उड़ नहीं सकते। अगर मैं तुम्हें आकाश में पहुंचा दूंगा तो तुम उसी समय गिर जाओगे और हो सकता है तुम्हारी मृत्यु भी हो जाएं।’


गरुड़ की बातें सुनकर भी कछुए पर कोई असर नहीं पड़ा वह अतिसाहस से भरा हुआ था। उसने गरुड़ की सलाह न मानते हुए, गरुड़ को उसे आकाश में लेकर जाने की प्रार्थना की। कछुए के बार-बार कहने पर गरुड़ न उसे उठा लिया और आकाश में बहुत ऊपर पहुंच गया। आकाश में पहुंचने के बाद कछुए के कहने पर गरुड़ ने उस खुद उड़ने के लिए छोड़ दिया। गरुड़ के छोडते ही कछुआ एक पहाड़ी पर जा गिरा और गिरते ही उसकी मौत हो गई।


शिक्षा
इस कहानी से शिक्षा मिलती है कि मनुष्य को अपनी क्षमता के आधार पर ही अपनी इच्छाएं रखनी चाहिए वरना उसे कई दुःखों का सामान करना पड़ सकता है।
 

Punjab Kesari

Advertising