फैंगशुई: घर में रखें लकड़ी से बना यह सामान, जीवन होगा Healthy-Wealthy

Thursday, Feb 22, 2018 - 10:41 AM (IST)

जैसे भारत में नकारात्मक ऊर्जा को खत्म करने के लिए वास्तुशास्त्रव का उपयोग किया जाता है। ठीक उसी तरह चीन में फैंगशुई भी सकारात्मक ऊर्जा के संवर्धन और नकारात्मक ऊर्जा से बचाव पर केंद्रित एक लोकप्रिय साधन है। जिसकी झलक अब भारत में भी देखने को मिलती है, जैसे लाफिंग बुद्धा, विंड चाइम, ड्रैगन, कछुए और सिक्के आदि। भारतीय वास्तु शास्त्र और फैंगशुई शास्त्र में एक बहुत बड़ा अंतर माना जाता है। फैंगशुई के अनुसार जब कोई व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति को फैंगशुई की वस्तुएं उपहार के तौर पर देता है तो वह उस व्यक्ति के घर-परिवार के लिए भाग्यशाली माना जाता है। 


यहां जानें फैंगशुई से जुड़ी कुछ बातें-
फैंगशुई के अनुसार, व्यक्ति के सोने का स्थान यह निश्चित करता है कि उसका अगला दिन कैसा होगा। तो यदि आप नया घर बनवाएं तो यह ध्यान रखें कि व्यक्ति का बेडरूम  घर के कोने में होना चाहिए। चीन में लोग इस बात को बहुत गंभीरता से लेते हैं और उनका विश्वास है कि ऐसा करने से भरपूर नींद आती है और स्वास्थ्य से संबंधित समस्त परेशानियों से छुटकारा मिलता है। 

फैंगशुई के अनुसार क्रिस्टल या मिटटी के कछुए को घर में रखने से प्रगति होती है और स्वास्थ्य की दृष्टि से भी शुभ संकेत देता है।


 
फेंगशुई में तीन टांगों वाला मेंढक बहुत भाग्यशाली माना जाता है। इसमें मुंह में सिक्के लिए हुए तीन टांगों वाले मेंढक की उपस्थिति महत्वपपूर्ण बताई गई है। इसे घर के भीतर मुख्य दरवाजे के आसपास रखना चाहिए। 


फैंगशुई में माना जाता है कि घर के आसपास वृक्ष लगाने से स्वस्थ जीवन और सकारात्मकता पाई जा सकती है। लेकिन यदि पेड़ लगाना संभव न हो तो घर में लकड़ी से बने बड़े फर्नीचर को जरूर रखें।
 
फेंगशुई के अनुसार इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि घर हमेशा व्यवस्थित रहे।ऐसा करना शरीर से किसी भी तरह के स्ट्रेस को अपने आप दूर में मदद करता है तथा सभी चीजों के बारे में सकारात्मक महसूस होने लगती है। 


फैंगशुई के मुताबिक जूतों के साथ घर में प्रवेश नहीं करना चाहिए। यह माना जाता है कि जूते अपने साथ पूरे दिन की चिंता और तनाव लेकर आते हैं, और उन्हें घर के अंदर ले जाने का मतलब है, उन सभी बुरी ऊर्जा का स्वागत करना। 

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