श्री कटासराज की यात्रा पर गए हिंदू तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा के लिए पाक ने किए थे पुख्ता प्रबंध

Friday, Dec 20, 2019 - 10:58 AM (IST)

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जालंधर (धवन): पाकिस्तान स्थित हिंदुओं के ऐतिहासिक तीर्थ स्थल श्री कटासराज धाम की तीर्थ यात्रा पर गया यात्रियों का दल महाशिव पूजन तथा श्री गणेश चतुर्थी का पर्व मनाने तथा पवित्र श्री अमरकुंड में स्नान करने के बाद स्वदेश लौट आया है।

इस यात्रा दल का नेतृत्व केंद्रीय सनातन धर्म सभा उत्तरी भारत के अध्यक्ष शिव प्रताप बजाज ने किया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में राजनीतिक अस्थिरता व पिछले दिनों लाहौर तथा दूसरे स्थानों में हुए अंदरुनी झगड़ों के बावजूद तीर्थ यात्रा एक अच्छे सौहार्द में सम्पन्न हुई।

पाकिस्तान बार्डर पार करते ही तीर्थ यात्रियों को भारी सुरक्षा उपलब्ध करवाई गई। स्थान-स्थान पर पुलिस और सुरक्षा बल के जवान तैनात थे। पाकिस्तान सीमा पर जिला लाहौर प्रशासन के उच्चाधिकारी, पाकिस्तान वक्फ बोर्ड के चेयरमैन, अतिरिक्त सचिव श्राइन, डिप्टी सैक्रेटरी जनरल सैयद फराज अब्बास व अन्य मौजूद थे। बजाज ने बताया कि तीर्थयात्रियों का दल 13 दिसम्बर रात्रि लाहौर ठहरने के पश्चात 14 दिसम्बर को श्री कटासराज तीर्थ यात्रा के लिए रवाना हुआ। 300 कि.मी. की दूरी तय करने के पश्चात यात्रा दल शाम श्री कटासराज पहुंचा जहां जिला चकवाल प्रशासन तथा पाकिस्तान वक्फ बोर्ड के अधिकारियों ने उनका अभिनंदन किया। 15-16 दिसम्बर को महाशिव पूजन तथा श्री गणेश चतुर्थी पर्व तीर्थ स्थल पर धूमधाम से मनाया गया। प्रात: 6 बजे से धनु संक्रांति, पवित्र स्नान, तीर्थ स्थल स्थित श्री अमरकुंड के निर्मल जल से आरंभ हो गए। पूजा-अर्चना तथा हवन-कीर्तन का आयोजन शिव मंदिर में किया गया।

चकवाल जिला प्रशासन की ओर से बजाज व अन्य तीर्थ यात्रियों का सम्मान किया गया। तीर्थ यात्रियों की ओर से पाकिस्तान अधिकारियों व प्रतिष्ठित नागरिकों को दोशाले दिए गए। हिंदू तीर्थ यात्रियों ने उर्दू में श्री गीता, श्री रामायण और अन्य हिंदू धार्मिक पुस्तकें पाक अधिकारियों को भेंट की। श्री अमरकुंड के तट पर दीपमाला भी की गई और पाकिस्तान सरकार की ओर से आतिशबाजी का आयोजन किया गया।

शिव बजाज ने कहा कि 16 दिसम्बर को यात्रा दल श्री कटासराज से लाहौर वापस आ गया। 17 दिसम्बर को लाहौर में श्री रामचंद्र के सुपुत्र महाराज लव जिन्होंने लाहौर बसाया था और उनके नाम से लाहौर जाना जाता है, में उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए गए। पुराने शाही किले में उनकी समाधि पर जाकर तीर्थ यात्रियों ने पुष्पमालाएं अॢपत कीं और श्री राम ध्वनि संकीर्तन हुआ।

हिंदू तीर्थ यात्रियों में भारत के 12 राज्यों हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, बिहार, गुजरात, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, कर्नाटक व मध्य प्रदेश आदि से श्रद्धालु सम्मिलित हुए। यात्रा दल के सदस्यों की सेवा में प्रबंधक सतीश शौकीन, प्रेम नारंग लुधियाना, जसवंत सिंह, राहुल कोहली, सर्बजीत बावा, तिलक आहूजा व अन्य भी शामिल थे। पाकिस्तान में मौजूदा अंदरुनी हालात को देखते हुए श्री बजाज के आग्रह पर इस बार तीर्थ स्थल तथा लाहौर में यात्रियों के ठहरने के स्थान गुरुद्वारा डेरा साहिब में सुरक्षा को बढ़ा दिया गया था।

Jyoti

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