इस तरह से करें गर्भवती महिलाएं करवा चौथ का व्रत

Wednesday, Oct 16, 2019 - 03:22 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
करवा चौथ का व्रत सुहागिन महिलाएं अपने सुहाग की लम्बी उम्र के लिए रखती हैं। इस दिन न केवल चंद्र देवता की पूजा होती है अपितु शिव-पार्वती, गणेश की भी पूजा की जाती है। अपने व्रत को चंद्रमा के दर्शन और उनको अर्घ्य अर्पण करने के बाद ही तोड़ती हैं। लेकिन कई बार ऐसा होता है कि औरतें किसी न किसी कारण ये व्रत नहीं रख सकती और उनमें से एक कारण है औरत का गर्भवती होना। कहते हैं कि जो स्त्रियां गर्भवती होती हैं, वे करवा चौथ का व्रत नहीं रख सकती हैं। किंतु अगर आप ये व्रत रखना चाहती हैं तो आज हम आपके लिए लाएं हैं कुछ करवा चौथ के नियम, जिन्हें अपनाकर आप भी व्रत कर सकती हैं। 

अगर आप गर्भवती हैं तो सुबह सूर्योदय से पहले उठकर सरगी में ऐसी चीज़ें खाएं, जिससे आपको सारा दिन ऊर्जा प्राप्त हो सके और आपके होने वाले बच्चे पर भी इसका कोई बुरा असर न पड़े।

करवा चौथ के दिन सरगी में आपको नमक या मीठी चीजें ज्यादा नहीं खानी चाहिए। क्योंकि नमकीन और मीठी चीजें खाने से प्यास अधिक लगती है और करवा चौथ के व्रत में पूजा के बाद ही पानी पिया जाता है। इसलिए कुछ हेल्थी ही खाएं। 

सूर्योदय से पहले नारियल पानी अवश्य पीना चाहिए क्योंकि नारियल पानी पीने से आपके शरीर में पानी में कमीं नही होगी।

इस दिन आप दिन में सो जाएं। इससे आपको अत्याधिक थकान महसूस नहीं होगी और न ही आपके होने वाले बच्चे पर इसका कोई बुरा असर पड़ेगा।

अगर आपकी कोई दवाई चल रही है तो आप करवा चौथ के दिन सूर्योदय से पहले दवाई ले लें और दिन के समय दवाई बिल्कुल भी न लें। इसके बाद रात के समय व्रत खोलने के बाद दवाई लें।

शाम के समय कथा व पूजन के बाद आप चाहें तो फलाहार कर सकती हैं। फलाहार करने से आपके व्रत खंडित भी नहीं होगा।

रात के समय चंद्रमा पूजन के बाद एक साथ बहुत सारा पानी नहीं पीना चाहिए। क्योंकि इससे आपको परेशानी हो सकती है। इसलिए थोड़ी- थोड़ी मात्रा में पानी पिएं।

व्रत खोलने के बाद ज्यादा खाना नहीं खाना चाहिए। क्योंकि ज्यादा खाना खाने से आपको ऐसिडिटी जैसी समस्या हो सकती है। इसलिए थोड़ी- थोड़ी देर में खाना खाएं।

Lata

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