Karwa Chauth: सुखी वैवाहिक जीवन के लिए करवा चौथ व्रत पर न करें ये काम

punjabkesari.in Thursday, Oct 02, 2025 - 02:00 PM (IST)

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Karwa Chauth 2025: करवा चौथ व्रत भारत के प्रमुख हिन्दू त्योहारों में से एक है। यह व्रत विशेष रूप से सुहागिन महिलाओं द्वारा अपने पति की लंबी उम्र, स्वास्थ्य और समृद्धि के लिए रखा जाता है। करवा चौथ का व्रत आश्विन मास की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है। इस दिन महिलाएं सूर्योदय से लेकर चंद्रमा दर्शन तक निर्जला उपवास करती हैं। करवा चौथ की परंपरा सदियों पुरानी है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, एक पत्नी ने अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखा और उन्हें रोग एवं मृत्यु से सुरक्षित रखा। इसके बाद से यह व्रत पूरे देश में महिलाओं द्वारा श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है।

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What to do on Karwa Chauth करवा चौथ पर क्या करें
सुबह का संकल्प और स्नान: सूर्योदय से पहले उठकर स्वच्छ स्नान करें और व्रत का संकल्प लें।
सुहाग का पूजा सामाग्री तैयार करें: करवा, मेहंदी, सिंदूर, चूड़ियां और अन्य सुहाग के प्रतीक पूजा सामग्री तैयार रखें।
व्रत कथा का पाठ: दिन में करवा चौथ व्रत कथा पढ़ना या सुनना शुभ माना जाता है।
सत्यनारायण या भगवान गणेश की पूजा: व्रत की शुरुआत भगवान गणेश या सत्यनारायण की पूजा से करें।
संध्या समय पूजा और चंद्रमा दर्शन: सूर्यास्त के बाद चंद्रमा की पूजा करें और पति के हाथ से पहला अन्न ग्रहण करें।

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What not to do on Karwa Chauth करवा चौथ पर क्या न करें
खान-पान: पूरे दिन निर्जला रहना अनिवार्य है, भोजन या पानी का सेवन नहीं करें।
नकारात्मक बातें: व्रत के दिन किसी से झगड़ा, तकरार या नकारात्मक बात न करें।
अशुभ कार्य: इस दिन घर की सफाई, ऋण या विवादित कार्य न करें।
शरीर की थकान: अत्यधिक थकान या भारी काम से बचें। यह व्रत मानसिक और आध्यात्मिक स्थिरता के लिए है।

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Significance of Karwa Chauth करवा चौथ का महत्व
करवा चौथ न केवल पति की लंबी उम्र और स्वास्थ्य के लिए है, बल्कि यह महिला की भक्ति, संयम और शक्ति का प्रतीक भी है। इस व्रत से मानसिक संतुलन, आत्मिक शांति और परिवार में सुख-समृद्धि आती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस दिन उपवास करने से चंद्रमा और मंगल ग्रह की अनुकूलता प्राप्त होती है। करवा चौथ की रात का चंद्रमा दर्शन और पूजा अत्यंत फलदायी है। चंद्रमा की रोशनी में किए गए व्रत और प्रार्थना से पति-पत्नी के बीच प्रेम और विश्वास बढ़ता है।

करवा चौथ 2025 एक ऐसा पवित्र अवसर है जब महिलाएं अपने परिवार और पति के लिए अपनी भक्ति दिखाती हैं। इस दिन संयम, श्रद्धा और पूजा विधि का पालन करना बहुत जरूरी है। व्रत के दौरान सही चीजें करना और गलत आदतों से बचना महिला और उसके परिवार के लिए लाभकारी होता है।

इस दिन की विशेषता है कि चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद पति के हाथ से व्रत खोलना, जो पति-पत्नी के जीवन में सुख, स्वास्थ्य और समृद्धि लाता है। करवा चौथ का व्रत सिर्फ धार्मिक नहीं, बल्कि सामाजिक और पारिवारिक मूल्यों को भी मजबूत करता है।

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Content Writer

Niyati Bhandari

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