कांवड़ यात्रा का हुआ शुभारंभ, कड़ी सुरक्षा के बीच टीमें तैनात

Thursday, Jul 18, 2019 - 04:08 PM (IST)

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इस बात से तो सब वाकिफ ही हैं कि सावन का पवित्र महीना 17 जुलाई से शुरू हो चुका है और 15 अगस्त तक चलेगा। हर साल की तरह इस साल भी लाखों भक्त भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए बहुत से उपाय करते हैं और इसी बीच कांवड़ यात्रा भी आरंभ होती है, जिसका अपना एक अलग ही महत्व होता है। बहुत से श्रद्धालु सुख-समृद्धि की कामना लिए इस पावन यात्रा के लिए निकलते हैं। कांवड़ यात्रा भी बुधवार से आरंभ हो चुकी है। मेला शुरू होने से एक दिन पहले ही बड़ी संख्या में कांवड़िए हरिद्वार पहुंच गए हैं। भगवान शिव को समर्पित इस कांवड़ यात्रा में श्रद्धालु पवित्र गंगा जल या फिर किसी नदी विशेष के शुद्ध जल से अपने ईष्ट देव का जलाभिषेक करते हैं, जिससे भगवान प्रसन्न होकर अपने भक्तों की हर मनोकामना को पूरा करते हैं। 

उत्तर भारत के सबसे बड़े मेले कांवड़ मेले में करोड़ों की संख्या में शिव भक्त हरिद्वार पहुंचते हैं और हरकी पैड़ी से गंगाजल लेकर अपने गंतव्यों को रवाना होते हैं। 

हाईवे पर भारी वाहनों पर मनाही:
कांवड़ यात्रा की शुरुआत के साथ ही भारी वाहनों को हरिद्वार हाईवे पर प्रवेश दिन के लिए बंद कर दिया गया है। पुलिस ने दो चरणों में ट्रैफिक प्लान तैयार किया है और उसका प्लान का पहला चरण 17 जुलाई से शुरू होकर 23 जुलाई तक चलेगा। दूसरा चरण 24 जुलाई को शुरू होकर मेले की समाप्ति 30 जुलाई तक रहेगा।

कांविड़यों का जत्था 26 जुलाई से ही अयोध्या के लिए रवाना होगा और वहां से सरयू का जल लाकर 30 जुलाई को शिवलायों में जाकर भगवान का अभिषेक करेंगे। जिसके चलते गोरखपुर-लखनऊ फोरलेन संतकबीरनगर-बस्ती से अयोध्या के बीच चार दिन बंद रहेगा।

वहीं नोएडा और गाजियाबाद में बुधवार से कांवड़ यात्रा शुरू हो जाएगी। आतंकी हमलों के चलते यात्रा के दौरान एनएसजी के जवान और एटीएस की टीमें तैनात रहेंगी। हेलीकॉप्टर और 17 ड्रोन कैमरों से निगरानी की जाएगी। 25 जुलाई को मेरठ जोन में हेलीकॉप्टर आएगा, जो निगरानी के साथ ही कांवड़ियों पर पुष्प वर्षा भी करेगा।

कावड़ियों के लिए पहचान-पत्र जरूरी : 
इस बार कावड़ियों को पहचान-पत्र रखना अनिवार्य होगा और कांवड़ बेड़ों का पंजीकरण कराना होगा। गढ़मुक्तेश्वर से कांवड़ लेकर आने वाले कांवड़ियों की सुरक्षा के लिए शुक्रवार से लेकर सोमवार तक हाईवे पर बड़े वाहन प्रतिबंधित रहेंगे।

पूरे सावन झारखंड, बिहार, बंगाल, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ समेत देशभर के कांवड़ियों की कतार लगेगी। द्वादश ज्योतिर्लिंग में एक बाबा वैद्यनाथ के जलाभिषेक के लिए इस बार 40 से 45 लाख श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है।

Lata

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