Kamdhenu Cow: कामिका एकादशी पर घर ले आएं कामधेनु गाय की प्रतिमा/चित्र, हर कामना होने लगेगी पूरी
punjabkesari.in Sunday, Jul 20, 2025 - 04:00 AM (IST)

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Kamdhenu cow statue Vastu: वास्तु शास्त्र में साक्षात कामधेनु गाय या कामधेनु प्रतिमा/चित्र को अत्यंत शुभ और दिव्य माना गया है। कामधेनु देवी को इच्छा पूर्ति करने वाली और समस्त देवताओं की माता कहा गया है। घर में कामधेनु गाय की प्रतिमा या चित्र स्थापित करने से कई सकारात्मक लाभ मिलते हैं। वैसे तो इन्हें किसी भी दिन और समय पर घर लाकर विराजित किया जा सकता है लेकिन सभी कामनाओं को पूरा करने वाली कामिका एकादशी के दिन इन्हें अपने आशियाने में सजाना बहुत शुभ माना जाता है। कामधेनु गाय को घर में लाने के कुछ दिनों के भीतर ही आपको बेहतर परिणाम दिखने लगेंगे। आइए वास्तु शास्त्र के अनुसार जानते हैं स्थापना के नियम:
Vastu Benefits of Kamdhenu Cow कामधेनु गाय रखने के लाभ
धन और समृद्धि में वृद्धि
कामधेनु को समृद्धि, सुख-शांति और लक्ष्मी का प्रतीक माना गया है। इसे घर में रखने से धन में वृद्धि और आर्थिक स्थिरता आती है।
सभी प्रकार के कष्टों का नाश
यह नकारात्मक ऊर्जा को हटाकर घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह करती है। रोग, ऋण और दरिद्रता से मुक्ति दिलाती है।
वास्तु दोष का शमन
यदि घर में कोई वास्तु दोष हो (जैसे अग्नि कोण में दोष या उत्तर-पूर्व दिशा दोष), तो कामधेनु गाय की प्रतिमा उसे शांत करने में सहायक होती है।
पारिवारिक सुख एवं शांति
घर में आपसी प्रेम, सामंजस्य और शांति बनी रहती है। कलह या तनाव कम होता है।
पुत्र प्राप्ति व संतान सुख
मान्यता है कि संतान सुख की कामना रखने वालों के लिए भी कामधेनु की पूजा लाभकारी होती है।
वास्तु के अनुसार स्थापना दिशा और नियम:
स्थापना दिशा– कामधेनु गाय की प्रतिमा या चित्र को उत्तर-पूर्व (ईशान कोण) दिशा में रखना सबसे उत्तम होता है। यह दिशा आध्यात्मिक और मानसिक शुद्धता की होती है।
गाय का मुख– प्रतिमा में गाय का मुख घर के अंदर की ओर होना चाहिए, बाहर की ओर नहीं।
सप्त सिंघासन वाली कामधेनु– यदि संभव हो तो ऐसी कामधेनु लें, जिसके ऊपर ब्रह्मा, विष्णु, महेश और अन्य देवी-देवताओं की प्रतिमा हो। इससे दिव्यता और प्रभाव बढ़ता है।
ध्यानपूर्वक सफाई और पूजा– कामधेनु गाय को नियमित रूप से साफ करें और दीप/अगरबत्ती से उसकी पूजा करें। शुक्रवार को विशेष रूप से पूजा करना शुभ होता है।
फर्श पर न रखें –कामधेनु की प्रतिमा को कभी सीधे फर्श पर न रखें। उसे किसी साफ और पवित्र स्थान पर ऊंचाई पर रखें।
क्या न करें:
कामधेनु को रसोई, शौचालय या बेडरूम में न रखें।
टूटी-फूटी या खंडित मूर्ति न रखें।
उसे धूल-धक्कड़ में न छोड़ें, नियमित सफाई करें।