Kalki Jayanti 2025: कल्कि जयंती आज, इन उपायों को करने से हर समस्या होगी छूमंतर
punjabkesari.in Wednesday, Jul 30, 2025 - 06:45 AM (IST)

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Kalki Jayanti 2025: सनातन धर्म में भगवान विष्णु के दशावतारों का विशेष महत्व है। इनमें अंतिम और भविष्यवाणी किए गए दसवें अवतार माने जाते हैं भगवान कल्कि। जब पृथ्वी पर अधर्म, अन्याय, अत्याचार और पाप अत्यधिक बढ़ जाएगा, तब भगवान कल्कि एक दिव्य योद्धा के रूप में प्रकट होंगे और धर्म की पुनः स्थापना करेंगे। हर वर्ष आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को कल्कि जयंती मनाई जाती है। वर्ष 2025 में यह पावन पर्व विशेष महत्व रखता है क्योंकि यह शुभ योगों में पड़ रहा है। इस दिन यदि श्रद्धा एवं विधिपूर्वक भगवान कल्कि की पूजा की जाए और कुछ विशेष उपाय किए जाएं, तो जीवन की तमाम समस्याओं से मुक्ति मिल सकती है और सौभाग्य, समृद्धि एवं शांति की प्राप्ति होती है।
कल्कि जयंती के दिन किए जाने वाले विशेष उपाय
भगवान कल्कि की विधिपूर्वक पूजा करें
इस दिन प्रातःकाल स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें और भगवान कल्कि की प्रतिमा या चित्र के समक्ष दीपक जलाकर पूजा करें। चंदन, फूल, अक्षत, धूप आदि अर्पित करें और ॐ कल्किने नमः मंत्र का 108 बार जाप करें। ऐसा करने से मानसिक शांति मिलती है और नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है।
कल्कि मंत्र का जाप करें-
कल्कि भगवान के कुछ विशेष बीज मंत्र होते हैं। जैसे:
ॐ श्री कल्किने नमः
ॐ विष्णवे नमः
इन मंत्रों का 108 बार जाप करें। यदि संभव हो तो तुलसी माला से जाप करें।
धर्मिक ग्रंथों का पाठ करें
कल्कि पुराण, विष्णु सहस्रनाम या श्रीमद्भागवत गीता के अध्यायों का पाठ इस दिन अत्यंत फलदायी होता है। इससे मन को शांति मिलती है और जीवन की दिशा सकारात्मक होती है।
दान-पुण्य करें
कल्कि जयंती पर जरूरतमंदों को वस्त्र, भोजन, जल, छाता, पंखा, या धार्मिक पुस्तकों का दान करें।
इस उपाय को करने से पुराने पापों का क्षय होता है और पुण्य की प्राप्ति होती है।
तुलसी का पूजन करें
भगवान विष्णु को तुलसी अतिप्रिय है। इसलिए कल्कि जयंती के दिन तुलसी के पौधे को जल दें, दीपक जलाएं और उसकी 11 परिक्रमाएं करें। घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है और पारिवारिक सुख में वृद्धि होती है।
काली चीज़ों का दान करें
यदि आप लगातार जीवन में क्लेश, विवाद या दुर्भाग्य का सामना कर रहे हैं तो इस दिन काले तिल, कंबल, या काले चने का दान करें।