Kalashtami: आज करें ये काम, उंगली के इशारे पर नाचेंगे प्रेमी और शत्रु

Friday, Dec 16, 2022 - 07:31 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ

2022 Masik Kalashtami: हर माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को भैरव अष्टमी के रुप में मनाया जाता है। शास्त्रों के मतानुसार भगवान शिव का रौद्र रूप बाबा भैरव को माना गया है। यूं तो 52 प्रकार के भैरव पूजे जाते हैं। काल भैरव अपने आप में अपार शक्ति का स्वरुप हैं। जब कोई भी काम सरलता से न हो रहा हो तो बाबा भैरव की शरण में जाने से मुश्किल से मुश्किल काम भी सरलता से संपन्न हो जाएंगे। ऐसा कहा जाता है की भैरव बाबा की अराधना से शनि, राहु और केतु शांत होते हैं। 
 
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Bhairav Baba Ke Upay: कार्ट-कचहरी संबंधित मसला हो या शत्रुओं पर विजय प्राप्त करनी हो, घर में गरीबी अथवा दरिद्राता लाख प्रयत्न करने पर भी दूर न हो रही हो, कोई बड़ी बीमारी या परेशानी चल रही हो या किसी को अपने प्रेम में पागल करना चाहते हैं तो आज का दिन कर सकता है हर मसले हल।
 

Kalashtami Ke Upay: संसारिक लोगों को बटुक भैरव जो सौम्य रुप में हैं उनकी अराधना करनी चाहिए। अगर आप हर भैरव अष्टमी पर कुत्तों को सरसों के तेल में बने हुए गुलगुले भोग लगाते हैं तो आपके घर से धन, सुख-शांति कभी बाहर नहीं जाएंगे।

कोर्ट-कचहरी से जुड़े हर मामले का हल करने के लिए भैरव बाबा के मंदिर में तराजू और कुछ साबुत बादाम चढ़ाएं साथ में सरसों के तेल का दीपक भी जलाएं।

आपके घर में कोई लंबी बीमारी चल रही है या मृत्यु तुल्य कष्ट चल रहा है तो आज के दिन भैरव बाबा के मंदिर में दूध और जलेबी चढ़ाएं।

प्रेम प्रसंगों में मनचाहा साथी पाने के लिए भैरव जी के मंदिर में दही भले और नीले रंग के फूल चढ़ाकर आएं।
 

अपने साथी को अपने वश में करने के लिए गुड़हल के फूलों की माला साथी का ध्यान करते हुए भैरव बाबा को पहनाएं।

लड़ाई-झगड़े या शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने के लिए भैरव जी को शंख चढ़ाने से विजय श्री प्राप्त होगी।
 
भैरव मंदिर में बैठकर भैरव बाबा के मंत्रों का जाप करें। ऐसा करने से भैरव बाबा सुख और ऐश्वर्य देने में देर नहीं लगाते।
 
नीलम
neelamkataria0012@gmail.com

Niyati Bhandari

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