कजरी तीज के दिन करें इन मंत्रों का जप, मिलेगा इच्छित वरदान

Friday, Aug 05, 2022 - 03:05 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ 
भाद्रपद मास में आने वाले कजरी तीज का पर्व सबसे खास माना जाता है। इस दिन विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र की कामना करते हुए ये व्रत रखती हैं। साथ ही कुंवारी कन्या भी अच्छे वर की प्राप्ति से कजरी तीज का व्रत करती हैं। इस तीज को श्रावणी तीज, कजरी तीज के नाम से भी जाना जाता है। हिंदू पंचांग के मुताबिक भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि को कजरी तीज मनाई जाती है। साल 2022 में कजरी तीज का व्रत 14 अगस्त को रखा जाएगा। ये दिन भगवान शंकर और माता पार्वती को समर्पित है। तो चलिए जानते हैं कजरी तीज के मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व-

कजरी तीज़ का शुभ मुहूर्त
भाद्रपद मास की तृतीया तिथि 13 अगस्त, शनिवार की देर रात 12 बजकर 53 मिनट से शुरू हो रही है। वहीं तृतीया तिथि की समाप्ति 14 अगस्त, रविवार को रात 10 बजकर 35 मिनट तक है। 

ये तिथि विवाहित महिलाओं के लिए बहुत खास है। महिलाएं पति के सौभाग्य और स्वस्थ जीवन की कामना से व्रत करती हैं। कजरी तीज पर पति-पत्नी अगर जोड़ा बनाकर पूजा करें तो ये व्रत और भी शुभ और फलदायी हो जाता है। जिस विवाहित महिला का पहला तीज व्रत होता है वह ससुराल में नहीं रखा जाता बल्कि मायके में रखा जाता है।

कजरी तीज पूजन विधि- 
कजरी तीज के दिन साफ-सफाई कर घर को तोरण-मंडप से सजाएं। 
मिट्टी में गंगाजल मिलाकर शिवलिंग, भगवान गणेश और माता पार्वती की प्रतिमा बनाएं और इसे चौकी पर स्थापित करें। 
मिट्टी की प्रतिमा बनाने के बाद देवताओं का आह्वान करते हुए षोडशोपचार पूजन करें। 
अगर शिवलिंग हो तो साथ में देवी की प्रतिमा भी रखें, इन्हें लाल कपड़े पर रखना चाहिए। 

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भगवान का अभिषेक जल और पंचामृत से करें। 
वस्त्र अर्पित करें, बिल्व पत्र, धतूरा, आंकड़े के फूल चढ़ाएं। 
पुष्पमाला पहनाएं। 
तिलक करें। 
ॐ साम्ब शिवाय नमः कहते हुए भगवान शिव को अष्टगंध का तिलक लगाएं। 

ॐ गौर्ये नमः कहते हुए माता पार्वती को कुमकुम का तिलक लगाएं। 
धूप और दीप जलाएं, भोग लगाएं, आरती करें। 
पूजा में ॐ उमा महेश्वराय नम: मंत्र का जाप करें। 
आरती के बाद परिक्रमा करें।
बता दें, कजरी तीज व्रत का पूजन रातभर चलता है। इस दौरान महिलाएं जागरण और कीर्तन भी करती हैं। महिलाएं सोलह श्रृंगार करके निर्जला व्रत रखती हैं और पूरी विधि-विधान से मां पार्वती और भगवान शिव की पूजा करती हैं।

Jyoti

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