कैलाश मानसरोवर: 13 जून को धारचूला पहुंचेगा यात्रियों का पहला जत्था 3 फीट बर्फ़ से ढका है यात्रा मार्

Monday, Jun 10, 2019 - 05:58 PM (IST)

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जैसे कि हम अपने वेबसाइट के जरिए आपको बता चुके हैं कैलाश मानसरोवर की यात्रा 8 जून से शुरू हो चुकी है। बताया जा रहा है कैलाश मानसरोवर की इस पावन यात्रा का पहला जत्था निकल चुका है, जो 13 जून को  आधार शिविर धारचूला पहुंचेगा। जिसके ठीक अगले दिन यात्री नजंग तक वाहनों से यात्रा करेंगे। फिर पूरा 14 कि.मी का पैदल सफर तय करने के बाद वे बूंदी पहुंचेंगे। बताया गया है नाभीढांग से लिपुलेख तक का यात्रा मार्ग लगभग 3 फुट बर्फ़ से ढका हुआ है। सीमा सुरक्षा बल का कहना है कि यात्रा शुरु होने से पहले ही बर्फ़ हटा ली जाएगी।

बता दें पहले यात्री दल में 18 यात्री शामिल हैं। बताया गया है कि यात्रा पूर्व निर्धारित मार्ग से ही होगी। नजंग से बूंदी तक का यात्रा मार्ग को दुरुस्त किया जा रहा है। बूंदी, गुंजी, कालामुनि, नाभीढांग और ज्योलिंगकांग में पर्यटक आवास गृहों को ठीक करने का काम किया जा रहा है। आवास गृहों की मरम्मत के साथ ही पानी की आपूर्ति सुचारु करने के लिए कर्मचारी जुटे हुए हैं। 

इस बार की कैलाश मानसरोवर यात्रा को पैदल मार्ग से ही संचालित करने का इरादा जताया जा रहा है। महाप्रबंधक ने बताया कि बेहद विपरीत परिस्थितियों में ही विदेश मंत्रालय से हवाई सेवा के लिए अनुरोध किया जाएगा। उम्मीद जताई जा रही थी कि उच्च हिमालयी क्षेत्र गुंजी से लिपुलेख पास तक यात्रियों को वाहन की सुविधा मिल पाएगी, लेकिन यह संभव नहीं हो पाया है। 

उच्च हिमालयी क्षेत्र में यात्रियों की सुरक्षा आईटीबीपी के हवाले हैं। आईटीबीपी के डीआईजी एपीएस निंबाडिया ने बताया कि नाभीढांग से लिपुलेख तक तीन से चार फुट तक बर्फ पड़ी है। जवान बर्फ को हटाकर रास्ता बनाने में जुटे हैं। यात्रा शुरू होने तक उच्च हिमालयी क्षेत्र के सभी रास्तों को ठीक कर लिया जाएगा। 

Jyoti

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