ज्येष्ठ माह के मंगलवार को ज़रूर करें ये उपाय, मिलेगी मान सम्मान में वृद्धि
Monday, Jun 13, 2022 - 01:36 PM (IST)
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
हिंदू धर्म के अनुसार ज्येष्ठ मास में पड़ने वाले हर मंगलवार को बड़ा मंगल कहा जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ज्येष्ठ मास के मंगलवार के दिन ही बजरंगबली अपने प्रभु श्री राम से मिले थे। इसी कारण इस इस माह के हर मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा करने से दोगुना फल मिलता है। इस साल यानि 2022 का ज्येष्ठ मास वैसे भी बहुत ही शुभ माना जा रहा है क्योंकि इस महीने की शुरूआत मंगलवार से ही हुई थी और इसका समापन भी 14 जून दिन मंगलवार को ही हो रहा है। ऐसे में अगर आप इस दिन छोटे छोटे आसान से उपायों को कर लते हैं तो आपके जीवन की हर परेशानी दूर हो जाएगी। आइए जानते हैं इस दिन से जुड़े उपाय जिन्हें इस मंगलवार यानि 14 जून के दिन करने से आपको लाभ प्राप्त होता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बड़ा मंगल को हनुमान जी की कृपा पाने और जीवन में चल रही किसी भी समस्या से छुटकारा पाने के लिए मसूर की दाल को बहते जल में प्रवाहित करें। मान्यता है कि बड़े मंगलवार को ऐसा करने से घर के कलह-क्लेश दूर होते हैं। साथ ही घर की स्थिति अच्छी रहती है। इसके अलावा परिवार में शांति और खुशहाली का माहौल कायम रहता है।
बड़े मंगलवार को हनुमान जी को गुड़ से बना हुआ पुआ भोग लगाएं इससे आपकी मनचाही इच्छा पूरी होती है। हो सके तो इस दिन जरुरतमंदों की मदद करें इससे घर में बरकत होती है। इसके अलावा इस दिन गरीबों को जल और सर्बत शर्बत पिलाने से हनुमान जी की कृपा भी प्राप्त होती है।
अगर आप नौकरी या व्यापार में तरक्की चाहते हैं तो इस दिन हनुमान जी को मीठे पान का भोग लगाएं। माना जाता है कि ऐसा करने से नौकरी और बिजनेस से जुड़ी दिक्कतें दूर हो जाती हैं।
इसके अलावा ये भी कहा जाता है कि इस दिन गरीब रोगीयों के बीच दवाइयां बांटने से हनुमान जी प्रसन्न होते हैं और बीमारियों से मुक्ति मिलती है।
हनुमान जी को प्रसन्न करने के कुछ छोटे छोटे उपाय जिन्हें करने से बजरंगबली और श्री राम का आशीर्वाद आपको प्राप्त होता है। बता दें, हिंदू धर्म में बड़ा मंगल को खास महत्व दिया गया है। कहा जाता है इस माह में हनुमान जी अपने भक्तों से बहुत ही जल्द प्रसन्न हो जाते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें, इस साल ज्येष्ठ माह का पहला बड़ा मंगल 17 मई, दूसरा 24 मई, तीसरा 31 मई को, और चौथा 7 जून को पड़ा था। पांचवां बड़ा मंगल 14 जून के साथ ही ज्येष्ठ माह की समाप्ति होगी। जिसके बाद आषाढ़ का महीना शुरू हो जाएगा।