मार्गी हो रहे गुरु बृहस्पति जानिए, कैसा रहेगा राशियों पर प्रभाव

Sunday, Aug 11, 2019 - 05:30 PM (IST)

ये नहीं देखा तो क्या देखा (VIDEO)
भाई और बहन का पवित्र पर्व रक्षाबंधन इस वर्ष 15 अगस्त 2019 गुरुवार को है। रक्षा बंधन के 4 दिन पहले देव गुरु बृहस्पति मार्गी हो रहे हैं। मार्गी गुरु पर्व की शुभता को और बढ़ाएंगे। हमारे सौर मंडल में जब भी कोई बड़ा ग्रह, राशि परिवर्तन करता है या वह वक्री या मार्गी होता है या उदय अथवा अस्त होता है या उसकी गति मध्यम, शीघ्र या अतिचारी हो जाती है तो धरती के अलावा मानव जीवन पर ऐसी स्थितियों में विशेष प्रभाव पड़ते हैं जिसका विश्लेषण ज्योतिष समय-समय पर करता है।

बृहस्पति ग्रह सौर मंडल में सबसे विशाल ग्रह है। इसका द्रव्यमान सूर्य के हजारवें भाग के बराबर है। यह बहुत ही ‘ठण्डा’ ग्रह है। बृहस्पति को अंग्रेजी में जुपिटर नाम से जाना जाता है। इसमें हीलियम और हाइड्रोजन गैस है।  खगोल विज्ञान के बृहस्पति के 64 प्राकृतिक उपग्रह हैं और इसका चुंबकीय क्षेत्र सभी ग्रहों में से सबसे शक्तिशाली है।

धार्मिक दृष्टि से महत्व
सनातन धर्म के अनुसार बृहस्पति ग्रह को देव गुरु माना जाता है। महाभारत के अनुसार बृहस्पति महॢष अंगिरा के पुत्र हैं। पौराणिक शास्त्रों के अनुसार बृहस्पति ग्रह ब्रह्मा जी का भी प्रतिनिधित्व करता है। सप्ताह में बृहस्पतिवार का दिन गुरु को समॢपत है। अत: इस दिन गुरु की आराधना की जाती है। हिन्दू धर्म में केले के वृक्ष को गुरु के रूप में पूजा जाता है। बृहस्पति गुरु का वर्ण पीला है। शास्त्रों में गुरु को शील और धर्म का अवतार माना गया है। खगोलीय और धार्मिक दृष्टि के साथ ज्योतिष में बृहस्पति ग्रह का महत्व अत्यंत व्यापक है। इन्हें समस्त देवताओं का गुरु माना जाता है। यदि  कुंडली में गुरु शुभ हैं तो आपको विकट परिस्थितियों में भी सहयोग मिलता रहता है। कर्क राशि में बृहस्पति उच्च के होते हैं तो मकर राशि में इन्हें निकृष्ट माना जाता है। ये धनु और मीन राशि के स्वामी हैं। सूर्य, चंद्रमा व मंगल के साथ इनकी मित्रता है तो शुक्र व बुध के साथ ये शत्रुवत संबंध रखते हैं। राहू-केतु व शनि के साथ इनका तटस्थ संबंध है। 

बृहस्पति में एक खास बात यह भी है कि इनकी भले ही किसी ग्रह से शत्रुता हो लेकिन जो ग्रह इनके साथ मित्रता नहीं रखते वे इनके शत्रु भी नहीं है अर्थात अधिकतर ग्रहों का बृहस्पति से तटस्थ रिश्ता है। इन्हें संपत्ति और ज्ञान का कारक भी माना गया है। गुरु अर्थात बृहस्पति का परिवर्तन ज्योतिष के नजरिए से व्यापक प्रभाव डालने वाली घटना मानी जाती है। गुरु धनु राशि में 29 मार्च 2019 को आए थे, 10 अप्रैल 2019 से वक्री अवस्था में थे, वक्री होने के कारण 23 अप्रैल को वृश्चिक राशि में वापसी कर गए थे तथा 11 अगस्त 2019 से बृहस्पति फिर से मार्गी हो गए हैं। गुरु का वृश्चिक राशि में मार्गी होना स्वर्णधातु के मूल्यों में उतार-चढ़ाव करने के साथ-साथ 12 राशियों के जातकों के जीवन को भी प्रभावित कर रहा है। यहां वक्री होने का अर्थ यह है कि ग्रह के उलटा चलने का आभास होना है, और मार्गी चलना अर्थात सीधा चलना है। गुरु का वक्री गति से मार्गी होना आपके लिए किस प्रकार का रहने वाला है।

चंद्र राशि के अनुसार प्रभाव
मेष-
अटके धन की प्राप्ति होगी। धार्मिक कार्यों के आयोजन और व्यय होने की संभावनाएं हैं। धन संचय सहज होगा। व्ययों में बढ़ौतरी होगी। व्यापारिक क्षेत्र में अड़चनें आएंगी। धन निवेश किया जा सकता है। निर्माण कार्य करने में आर्थिक लाभ के योग। 

वृष-व्यापार में स्थितियां थोड़ी कठिन बनेंगी। निर्माण कार्य करने वालों को आर्थिक हानि की संभावना है। सांझेदारी की योजनाओं पर कार्य किया जा सकता है। व्यापारिक विस्तार और नया व्यापार शुरू करने के लिए समय अनुकूल रहेगा। व्यापारिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। पुराने विवाद समाप्त होंगे।

मिथुन-रोगों के प्रति सावधान रहें। ऋण लेन-देन के कार्य सहजता से होंगे। कारोबारी और नौकरी पेशा व्यक्ति की अब तक की दिक्कतें समाप्त होंगी। विदेश गमन के योग बन रहे हैं। नौकरी और व्यापार में प्रतिष्ठा के साथ धन लाभ कराएगा। विवादों को सुलझाने का मौका मिलेगा। ससुराल से संबंधों में सुधार होगा।

कर्क-अपना स्वभाव थोड़ा लचीला रखें। उच्च शिक्षा अध्ययन कर रहे छात्रों के लिए समय अनुकूल। स्वास्थ्य में सुधार होगा। ऊर्जावान महसूस करेंगे। नई उमंग और उत्साह आप में होगा। आय-लाभ में बढ़ौतरी होगी। कार्यक्षेत्र में योजनाओं पर समय पर काम होगा। सम्मान में वृद्धि होगी।

सिंह-गुरु नई उमंग और उत्साह प्रदान करेगा। योजनाओं के अनुसार काम होने से प्रसन्नता रहेगी। कार्य स्थल पर सम्मान में वृद्धि होगी। अत्यधिक विश्वास धन हानि का कारण बन सकता है। रूका हुआ धन प्राप्त होगा। कारोबारियों के लिए समय अनुकूल। विदेश गमन के प्रयास सफल होंगे।

कन्या-किसी भी प्रकार के निवेश से बचें और अनजान लोगों पर विश्वास न करें। जीवन में कई विषयों में आपको बाधाओं का सामना करना पड़ेगा। अचानक धन प्राप्ति के योग बन रहे है। पिता या पिता समान व्यक्ति से संबंध बेहतर होंगे। धार्मिक कार्यों में रूचि बढ़ेगी। गलत कार्य करने से बचें।

तुला -शुुरूआती असफलताओं के बाद सफलता मिलेगी। समय अच्छा रहेगा। नया व्यापार शुरू होगा। अब तक चले आ रहे रोगों से मुक्ति मिलेगी। शोध छात्रों को अध्ययन में ग्रह योगों का सहयोग मिलेगा। आपकी प्रतिष्ठा में बढ़ौतरी होगी। ससुराल से रिश्तों को मधुर बनाए रखने के लिए अतिरिक्त मेहनत करनी होगी।

वृश्चिक-पहले से भी अच्छी परिस्थितियां बनेंगी। धन लाभ होगा और अविवाहितों के विवाह में आने वाली बाधाएं दूर होंगी। पारिवारिक माहौल सुखद रहेगा। जीवन साथी से रिश्ते मजबूत होंगे। भाई-बहनों का सुख-सहयोग प्राप्त होगा। धार्मिक यात्रा पर जाने के लिए समय अनुकूल है। 

धनु- धीरे-धीरे लाभ की स्थितियां बनेंगी। शत्रु पर नियंत्रण कर पाएंगे। शासकीय कार्यों में सहायता मिलेगी। परिवार में सुखद वातावरण रहेगा। कोर्ट-कचहरी के मामलों का फैसला आपके पक्ष में हो सकता है। कर्ज में फंसा धन वापस मिल सकता है। शत्रुओं पर विनम्रता दिखाने से बचें।

मकर-गुरु कार्यों को बनाने में सफल होगा। धन लाभ मिल सकता है। रूके हुए कार्य पूरे होंगे। अप्रत्याशित सफलताएं भी कार्यक्षेत्र में मिल सकती है। पुश्तैनी जायदाद को लेकर तनाव बढ़ सकता है। अस्पताल जाने की स्थिति बन सकती है।

कुंभ-अप्रत्याशित सफलताएं मिलेंगी। परेशानियों से मुक्ति मिलेगी। धन लाभ के साथ प्रतिष्ठा में भी लाभ होगा। व्यापार में लाभ और उन्नति मिलेगी। परिवार से खुशियां मिलेंगी। वाहन की प्राप्ति होगी। ऋण संबंधी समस्याओं को सुलझाने का मौका मिलेगा। घर में नया सामान आ सकता है। 

मीन-व्यापार में लाभ और उन्नति मिलेगी। परिवार से खुशियां मिलेंगी। वाहन की प्राप्ति होगी। ऋण संबंधी समस्याओं को सुलझाने का मौका मिलेगा। रुका हुआ धन प्राप्त हो सकता है। धार्मिक कार्यों के आयोजन पर व्यय होने के योग बन रहे हैं। यात्रा पर जाने के योग हैं। कोई स्नेह संबंध शुरू हो सकता है।

Lata

Advertising