जया एवं भौमा एकादशी व्रत कल: दुख को सुख में बदलने के लिए इस विधि से करें व्रत

Wednesday, Feb 08, 2017 - 11:26 AM (IST)

माघ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी जया के नाम से प्रसिद्ध है, इसे भौमा एकादशी भी कहते हैं। इस बार यह एकादशी व्रत 7 फरवरी को होगा। यह व्रत करने से मनुष्य को प्रत्येक क्षेत्र में जहां सफलता प्राप्त होती है, वहीं ब्रह्म हत्या जैसे पाप से भी छुटकारा मिल जाता है। माघ मास को पुण्य मास भी कहते हैं, क्योंकि इस मास में किए गए किसी भी पुण्य कर्म का लाभ हजारों गुणा अधिक होता है परंतु एकादशी व्रत के प्रभाव से तो अनायास ही किए गए शुभ कर्मों का लाभ मनुष्य को प्राप्त हो जाता है। एकादशी व्रत जिस कामना से भी किया जाए वह कामना अवश्य पूरी होती है तथा पिशाच आदि निकृष्ट योनियों में जाने का भय भी नहीं रहता। 


व्रत करने के लिए मन में सच्चे भाव से संकल्प करें तथा भगवान श्री कृष्ण के केशव नाम का स्मरण करते हुए विधिवत, धूप, दीप, पुष्प एवं मौसम के फलों से पूजा करें, सारा दिन उपवास रखें तथा एक समय फलाहार करें। रात को मंदिर में दीप दान करके अपना समय हरिनाम संकीर्तन में बिताएं। प्रभु की कृपा से जीव को सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति एवं दुखों की निवृति इस व्रत के प्रभाव से हो जाती है। इस एक व्रत को करने से ही मनुष्य को जप, तप, दान आदि सभी कार्य करने के बराबर पुण्य लाभ मिल जाता है। व्रत में तिलों का दान दक्षिणा सहित करना अति उत्तम कर्म है।

प्रस्तुति : वीना जोशी,जालंधर 

veenajoshi23@gmail.com

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