Jaya Ekadashi 2020: इन मंत्रों के बिना अधूरी है श्री हरि की पूजा

Tuesday, Feb 04, 2020 - 01:51 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
हिंदू धर्म में एकादशी तिथि का कितना महत्व है हर हिंदू धर्म से संबंध रखने वाले लोगों अच्छे से पता होगा। वैसे शास्त्रों के अनुसार साल में कुल 24 एकादशी तिथि पड़ती है। परंतु मलमास व अधिक मास के चलते ये संख्या बढ़कर 25 व 26 भी हो जाती है। साल 2020 की 2 एकादशी तिथि बीत चुकी हैं, जिसके बाद 05 फरवरी, 2020 को जया एकादशी तिथि पड़ रही है। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक जया एकादशी का व्रत रखने से जातक के सभी तरह के पापों का नाश होता है तथा रोगी व्यक्ति को अपने हर तरह के रोग से छुटकारा मिलता है। यही कारण है इस दिन भगवान विष्णु जी की विधि-वत पूजा अर्चना की जाती है। बता दें प्रत्येक एकादशी तिथि की तरह जया एकादशी पर भी श्री हरि का ही पूजा की जाने का विधान है। परंतु कुछ ऐसे लोग होते हैं जो इस दिन इनकी पूजा करने के बाद इनके मंत्रों का जाप करना भूल जाते हैं क्योंकि बहुत से लोग हैं जिन्हें ये नहीं पता कि हिंदू धर्म में किसी भी तरह का धार्मिक कार्य मंत्रोच्चारण के बिना अधूरा माना जाता है। 

इसी बीच हम आपके लिए लाएं हैं, 05 फरवरी को मनाया जया एकादशी के दिन आप भगवान विष्‍णु के कुछ खास मंत्र, जिनका बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है।आइए बताते हैं कौन से नाम और मंत्र है वह।

इसके बाद इन मंत्रों के जाप करें-
लक्ष्मी विनायक मंत्र
दन्ताभये चक्र दरो दधानं, कराग्रगस्वर्णघटं त्रिनेत्रम्।
धृताब्जया लिंगितमब्धिपुत्रया, लक्ष्मी गणेशं कनकाभमीडे।।

पंचरूप मंत्र
ॐ अं वासुदेवाय नम:
ॐ आं संकर्षणाय नम:
ॐ अं प्रद्युम्नाय नम:
ॐ अ: अनिरुद्धाय नम:
ॐ नारायणाय नम:

ॐ ह्रीं कार्तविर्यार्जुनो नाम राजा बाहु सहस्त्रवान।
यस्य स्मरेण मात्रेण ह्रतं नष्‍टं च लभ्यते।।

सरल मंत्र 
ॐ नमो नारायण। श्री मन नारायण नारायण हरि हरि।।
ॐ भूरिदा भूरि देहिनो, मा दभ्रं भूर्या भर। भूरि घेदिन्द्र दित्ससि।
ॐ भूरिदा त्यसि श्रुत: पुरूत्रा शूर वृत्रहन्। आ नो भजस्व राधसि।।

श्रीकृष्ण गोविन्द हरे मुरारे।
हे नाथ नारायण वासुदेवाय।।
ॐ नारायणाय विद्महे। वासुदेवाय धीमहि।
तन्नो विष्णु प्रचोदयात्।।
ॐ विष्णवे नम:

Jyoti

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