Janmashtami 2025: इस जन्माष्टमी करें लड्डू गोपाल का स्वागत लेकिन इन चीज़ों को पहले कहें अलविदा
punjabkesari.in Friday, Aug 08, 2025 - 07:04 AM (IST)
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Janmashtami 2025: जन्माष्टमी का पावन पर्व बस आने ही वाला है और पूरे देश में श्रीकृष्ण की भक्ति की तैयारियां जोरों पर हैं। हर साल भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को श्रीकृष्ण जन्मोत्सव बड़े ही धूमधाम और श्रद्धा से मनाया जाता है। मंदिरों में झूला उत्सव, घरों में लड्डू गोपाल की विशेष पूजा और चारों तरफ भक्ति रस में डूबे भजन-कीर्तन सुनने और देखने को मिलते हैं। इस दिन भक्त उपवास रखते हैं, मंत्रों का जाप करते हैं और कान्हा जी के बाल स्वरूप को सजा-धजा कर झूला झुलाते हैं। इस शुभ दिन की ऊर्जा को पूर्ण रूप से महसूस करने के लिए घर का वातावरण शुद्ध और सकारात्मक होना बेहद ज़रूरी है। कई बार जाने-अनजाने घर में कुछ ऐसी चीज़ें रह जाती हैं जो न केवल नकारात्मक ऊर्जा फैलती हैं बल्कि घर की सुख-शांति और समृद्धि पर भी असर डालती हैं। ऐसे में जन्माष्टमी से पहले इन चीज़ों को घर से बाहर निकाल देना बेहद ज़रुरी हो जाता है लेकिन क्या आप जानते हैं कौन सी है वो वस्तुएं।
सबसे पहले बात करते हैं टूटी-फूटी मूर्तियों की। शास्त्रों में साफ कहा गया है कि खंडित मूर्तियों की पूजा नहीं करनी चाहिए। ऐसी मूर्तियां देवी-देवताओं का अपमान मानी जाती हैं और इन्हें घर में रखने से नकारात्मकता बढ़ती है। ऐसे में जन्माष्टमी से पहले ऐसी खंडित मूर्तियों को बहते जल में प्रवाहित कर दें। खासतौर से जन्माष्टमी से पहले अगर श्रीकृष्ण की टूटी हुई तस्वीरें या मूर्तियां घर में हो तो उसे तुरंत जल में प्रवाह कर दें।
घर में पड़े पुराने, टूटे या जंग लगे औज़ार भी नकारात्मकता का कारण बनते हैं। ये वस्तुएं न सिर्फ घर में वास्तु दोष लाते हैं, बल्कि धन की रुकावट और मानसिक तनाव का कारण भी बनते हैं। ऐसे में जन्माष्टमी जैसे शुभ दिन से पहले इनका घर में होना अच्छा नहीं माना जाता। इसलिए अगर हो सके तो या तो इन्हें या तो ठीक करवा लें या बाहर निकाल दें।
वहीं, अगर आपके घर में कोई घड़ी बंद पड़ी है तो ये समय के रुक जाने का प्रतीक मानी जाती है। कहा जाता है कि घर में बंद पड़ी घड़ी से प्रगति रुक जाती है और जीवन में ठहराव आ जाता है। वास्तु में भी इसे अच्छा नहीं माना जाता। कहते हैं इस से घर में नकारात्मकता पैदा होती है। इसलिए अगर आपके घर में भी कोई खराब पड़ी घड़ी है तो उसे जन्माष्टमी से पहले या तो घर बदल दें या फिर घर से बाहर निकाल दें।
इसके अलावा कई लोग सजावट के नाम पर घर में ऐसी पेंटिंग्स लगा देते हैं जिनमें युद्ध, अंधकार, दुख या रोते हुए चेहरे दिखाए जाते हैं। माना जाता है कि ये तस्वीरें अवचेतन मन पर असर डालती हैं और घर के वातावरण को भारी बना देती हैं। ऐसे में कोशिश करें की घर में ऐसे चित्र न लगाएं और श्रीकृष्ण जन्मोत्सव से पहले इन्हें हटा दें।
बता दें कि झाड़ू को मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। टूटी-फूटी या गंदी झाड़ू घर में रखना दरिद्रता का कारण बनता है। साथ ही घर के गंदे कोने, जहां धूल जमी हो, वो भी घर में पॉजिटिव एनर्जी को रोकते हैं। इसलिए अगर घर में टूटा हुआ या खराब झाड़ू है तो इसे घर से बाहर निकाल दें और घर की सफाई जरूर करें।
बतातें चलें कि घर के पड़ा फालतू सामान ,जैसे टूटे बर्तन, पुराने अखबार, या खराब इलेक्ट्रॉनिक्स आदि भी घर की ऊर्जा को ब्लॉक कर देते हैं जिससे नकारात्मकता और मानसिक तनाव पैदा होता है। ऐसे में जन्माष्टमी से पूर्व घर से ऐसी चीज़ो को बाहर कर दें ताकि घर में शुभ ऊर्जा का प्रवाह हो सकें।