अंतर्राष्ट्रीय शिमला ग्रीष्मोत्सव, माल रोड पर दिखी 26 देशों की संस्कृति

Friday, Jun 07, 2019 - 10:31 AM (IST)

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शिमला (राजेश): अंतर्राष्ट्रीय शिमला ग्रीष्मोत्सव का अंतिम दिन शिमलावासियों व पर्यटकों के लिए बहुत ही खास रहा। ग्रीष्मोत्सव के तहत चल रहे कार्यक्रमों के चलते लोगों को एक साथ 26 देशों की संस्कृति देखने को मिली। सांस्कृतिक परेड में देश भर के लगभग 25 सांस्कृतिक दलों, हिमाचल प्रदेश के सभी जिलों के सांस्कृतिक दलों, विभिन्न विश्वविद्यालयों में पढ़ रहे छात्रों और तिब्बतियन इंस्टीच्यूट ऑफ परफॉर्मिंग आर्ट्स के कलाकारों ने भाग लिया।

सांस्कृतिक परेड शाम 3 बजे एस.बी.आई. के समीप से शुरू हुई और सी.टी.ओ., स्कैंडल प्वाइंट व रानी झांसी पार्क होते हुए रिज तक पहुंची। रिज तक 2 घंटे में पहुंची परेड का शिमलावासियों व पर्यटकों ने खूब मजा लिया। इस परेड में देश के विभिन्न राज्यों के लोकनृत्यों की झांकी का प्रदर्शन किया गया। 

ए.पी.जी. विश्वविद्यालय में भारत, जंजीबार, टोगो, कांगो, अफ गानिस्तान, बंगलादेश, बोदवाना, जांबिया, मलोवी, तंजानिया और गुईना में पढ़ रहे छात्रों ने अपने-अपने देश के पारंपरिक परिधानों में लोक संस्कृति का प्रदर्शन किया। तिब्बतियन इंस्टीच्यूट ऑफ  परफॉर्मेंस आट्रस द्वारा पारंपरिक तिब्बती तथा मुखौटा नृत्य प्रस्तुत किया गया। ऑल इंडिया आर्टिस्ट एसोसिएशन के कलाकारों द्वारा मध्य प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, बिहार और उत्तर प्रदेश की लोक संस्कृति का परेड में प्रदर्शन किया गया।

उत्तर क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्र पटियाला द्वारा शिमला ग्रीष्मोत्सव में आमंत्रित जम्मू-कश्मीर, असम, तेलंगाना, गुजरात, मध्य प्रदेश, पंजाब, चंडीगढ़ और हरियाणा के विभिन्न नृत्य दलों ने भी परेड में विविध संस्कृति के रंग बिखेरे।


 

Niyati Bhandari

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