यहां स्थित है 'पंच-केदार', जानिए इससे जुड़ी दिलचस्प जानकारी

Monday, May 13, 2019 - 04:13 PM (IST)

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भारत में ऐसे बहुत से राज्य है जो अपनी प्राकृतित सुंदरता, सांस्कृतिक धरोहर के साथ-साथ धार्मिक विरासत के लिए न केवल देश में बल्कि विदेशों में भी प्रसिद्ध है। इन्ही में से एक उत्तराखंड। यहां के उंचे-ऊंचे पहाड़, झरने, ताल-बुग्याल व नदियां आदि अपनी प्राकृतिक छटा को बिखेरती हैं। अब आप सोच रहे होंगे कि आज हम आपको उत्तराखंड में स्थापित किसी ऐसे ही धार्मिक स्थान के बारे में बताने जा रहे होंगे तो आपको बता दें कि आप बिल्कुल सही सोच रहे हैं।

आज हम आपको बताने वाले है यहां पर स्थित पंच-बद्री, पंच केदार, पंच प्रयाग और चार धामों की क्या महिमा है। साथ ही जानेंगे उत्तराखंड राज्य में स्थित ये 5 धार्मिक स्थल किस प्रकार अन्य प्रमुख तीर्थ स्थलों में अलग व खास है।

सबसे पहले पंच-बद्री में केदारनाथ, श्री आदि बद्री, श्री वृद्ध बद्री, श्री योग ध्यान बद्री और भविष्य बद्री आते हैं। बता दें, ये सभी उत्तराखंड के चमौली जनपद में स्थित हैं। तो वहीं पंच-केदारों में श्री केदारनाथ, श्री कलपेश्वर महदेव, श्री मदमहेश्वर महादेव, श्री रुद्रनाथ और श्री तुंगनाथ जी शामिल हैं।

बताया जाता है कि तुंगनाथ जी उत्तराखंड के सबसे ऊंचा स्थान पर स्थित मंदिर है। इनमें से कुछ चमौली जनपद में हैं तो कुछ रुद्रप्रयाग जनपद में हैं। पंच-प्रयागों की बात करें तो मान्यता है कि जिसे प्रयाग कहा जाता है वो दो नदियों का संगम है।

देवप्रयाग- देवप्रयाग अलकनंदा और भागीरथी नदी के संगम पर स्थित है।

कर्ण प्रयाग- यह प्रयाग पिंडर और अलकनंदा के पर संगम मिलता है।

रुद्र प्रयाग- रुद्र प्रयाग में मंदाकिनी और अलकनंदा का संगम होता है।


नंद प्रयाग- नंद प्रयाग में अलकनंदा और मंदाकिनी का संगम है।

विष्णु प्रयाग- धोली और विष्णु गंगा जी में विष्णु प्रयाग का संगम होता है।

इसके अलावा उत्तराखंड के चार धामों में बद्रीनाथ चमोली जनपद में, केदारनाथ रुद्रप्रयाग में, गंगोत्री उत्तरकाशी में और यमुनोत्री उत्तरकाशी में स्थित है। मान्यता है कि ये पांच स्थान पंच केदार और पंच प्रयाग के नाम से प्रसिद्ध हैं।

Jyoti

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