कर लो दुनिया मुट्ठी में

Wednesday, May 23, 2018 - 12:28 PM (IST)

ये नहीं देखा तो क्या देखा

हैन्निबाल एक महान अफ्रीकी सेनापति और राजनेता था। उसने संकल्प लेकर चुनौतियों को स्वीकार किया और उन्हें पार कर लोगों को यह बता दिया कि दृढ़संकल्प से असंभव को संभव बनाया जा सकता है। 

रोमवासी हैन्निबाल के प्रबल शत्रु थे। वह कारथेज का रहने वाला था। 220 ईसा पूर्व में रोम और कारथेज के बीच युद्ध हुआ था। रोम की सेना बहुत विशाल थी जबकि हैन्निबाल की सेना के पास रसद, हथियार एवं सैनिक बहुत कम मात्रा में थे। इन सबके बावजूद हैन्निबाल का संकल्प था कि वह रोमन सेना को हराएगा। उसने रोमन सेना को हराने की योजना पर काम शुरू किया।

हैन्निबाल को इस बात का अहसास था कि सेना एवं हथियार के मुकाबले में वह रोमन सेना को पराजित नहीं कर पाएगा। उसे पराजित करने के लिए चतुराई और बुद्धिमता से काम लेना होगा। हैन्निबाल ने गहराई से सोच-विचार किया तो उसे आल्प्स पर्वत का ध्यान आया। आल्प्स पर्वत के पास कोई आता-जाता न था। उस पर्वत को पार करना असंभव माना जाता था क्योंकि उस तक पहुंचना भी कठिन था।

सबने यही सुना था कि वहां जाने का प्रयत्न करना व्यर्थ है। बस हैन्निबाल ने इसी असंभव को संभव बनाने का निश्चय कर लिया। उसने अफ्रीकी हाथियों की मदद से आल्प्स को पार करने की रणनीति बनाई। इसके बाद उसने अपनी सेना को एकत्रित कर इस योजना के बारे में बताया। सभी सैनिक उत्साह में भरकर अजेय बड़े आल्प्स पर्वत को जीतने के लिए चल पड़े।

हैन्निबाल अपनी सेना के आत्मविश्वास एवं साहस को मजबूत बनाता रहा। आखिर संकल्प एवं प्रयास से हैन्निबाल ने आल्प्स पर्वत को पार कर विशाल रोमन सेना को हरा दिया। हैन्निबाल ने अपने इस प्रयास से सभी को एक महत्वपूर्ण सीख दी कि अपने संकल्प के साथ रास्ता खोजें और यदि रास्ता नहीं मिल रहा तो फिर नया रास्ता बनाएं।

ऐसे होंठ वाले होतें हैं CHARACTERLESS

Niyati Bhandari

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