Inspirational Story: भविष्य को बेहतर बनाने के लिए आज से ही शुरू कर दें बचत

punjabkesari.in Saturday, Jun 15, 2024 - 11:18 AM (IST)

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Inspirational Story: राजा भोज एक नदी के किनारे टहल रहे थे। उन्हें सिर पर लकड़ियों का बंडल ले जाता एक वृद्ध दिखाई दिया। वह पसीने से तर हो रहा था लेकिन प्रसन्न दिख रहा था। 

राजा ने पूछा,  “तुम कौन हो ?” उसने उत्तर दिया,  “मैं राजा भोज हूं।” राजा ने फिर पूछा,  “कौन ?” उसने पुन: उत्तर दिया,  “राजा भोज।”

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राजा जिज्ञासा से भर गए और बोले,  “तुम राजा भोज हो तो अपनी आय बताओ ?”

लकड़हारे ने जवाब दिया,  “मैं प्रतिदिन 6 पैसा कमाता हूं।” राजा ने उस व्यक्ति से पूछा तो तुम्हारा खर्च कितना है, तुम्हारा राज्य  कैसे चलता है ? उस व्यक्ति ने उत्तर दिया,  “एक पैसा अपनी पूंजी के मालिक को देता हूं, एक पैसा ऋणी को, एक पैसा मंत्री को, एक पैसा बचत के रूप में जमा करता हूं, एक पैसा अतिथियों के लिए और शेष एक पैसा अपने खर्च के लिए रखता हूं।”

राजा ने पूछा,  “कृपया विस्तार से बताएं।” लकड़हारे ने उत्तर दिया,  “मेरे माता-पिता मेरी पूंजी के मालिक हैं। उन्होंने मेरे लालन-पालन में निवेश किया है। 
मेरे बच्चे मेरे ऋणी हैं। बड़े होकर वे भी पितृऋण चुकाएंगे। मेरी पत्नी मेरी मंत्री है। वही मेरा घर चलाती है। वह मेरी सबसे अच्छी मित्र और सलाहकार है।”

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राजा ने संकोचपूर्वक पूछा, “क्या तुम बचत भी करते हो ?” 

वृद्ध व्यक्ति ने उत्तर दिया, “जो व्यक्ति अपने भविष्य के लिए बचत नहीं करता, उससे बड़ा बेवकूफ कोई नहीं होता। जीवन अनिश्चितताओं से भरा हुआ है। प्रतिदिन मैं एक पैसा अपने खजाने में जमा करता हूं।” 

राजा बोले, “कृपया बताना जारी रखें।” लकड़हारे ने कहा, “पांचवां पैसा मैं अपने अतिथियों की खातिरदारी के लिए सुरक्षित रखता हूं। एक गृहस्थ होने के नाते यह मेरा कर्त्तव्य है। और छठवां पैसा मैं अपने लिए रखता हूं जिससे मैं अपने रोजमर्रा के खर्च चलाता हूं।” राजा भोज उस लकड़हारे से बहुत प्रसन्न हुए।

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Content Editor

Prachi Sharma

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