Inspirational Story: देशभक्त मास्टर सूर्यसेन की ये बात, हर अध्यापक के लिए है ईमानदारी की मिसाल

Saturday, Sep 09, 2023 - 08:14 AM (IST)

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Inspirational Story: बंगाल के एक विद्यालय में देशभक्त मास्टर सूर्यसेन अध्यापक थे। वार्षिक परीक्षा के दिनों में जिस कक्षा में उनकी ड्यूटी लगी थी, वहां विद्यालय के अंग्रेज प्रिंसिपल का बेटा भी परीक्षा दे रहा था। मास्टर सूर्यसेन ने निरीक्षण के दौरान देखा कि वह नकल कर रहा है।


उन्होंने उसे पकड़ कर फटकार लगाई। उसने अपना विशेष परिचय दिया लेकिन सभी विद्यार्थियों को समान दृष्टि से देखने वाले और अनुशासनप्रिय मास्टर सूर्यसेन ने उसकी एक न सुनी। परिणाम यह हुआ कि प्रिंसिपल का बेटा अपनी उत्तर-पुस्तिका में आगे कुछ नहीं लिख सका और फेल हो गया। स्कूल के अन्य अध्यापकों ने सोचा कि अब मास्टर सूर्यसेन की नौकरी चली जाएगी। तभी प्रिंसिपल  की ओर से सूर्यसेन को बुलावा आया, वह ऑफिस में हाजिर हुए।



प्रिंसीपल ने उनका स्वागत करते हुए कहा, ‘‘मैं कर्तव्यनिष्ठ अध्यापक के रूप में आपका सम्मान करता हूं, यह जानकर मुझे खुशी हुई कि आपने कर्तव्य का निर्वाह करते हुए मेरे बेटे को भी कोई छूट नहीं दी। अगर आप उसे नकल करने का मौका देते तो मैं आपको बर्खास्त कर देता।’’



जवाब में मास्टर सूर्यसेन ने स्वाभिमान के साथ कहा, “सर ! आप यदि मुझे अपने बेटे को नकल की छूट देने के लिए मजबूर करते तो मैं नौकरी से त्यागपत्र दे देता।”

Niyati Bhandari

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