Inspirational Context: हारकर जीतने वाले अनोखे विजेता की रोमांचक कहानी

Saturday, Apr 22, 2023 - 08:57 AM (IST)

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Inspirational Story: कीनिया के सुप्रसिद्ध धावक अबेल मुताई ओलिम्पिक प्रतियोगिता के दौरान अंतिम राऊंड में दौड़ते वक्त अंतिम लाइन से कुछ मीटर ही दूर थे और उनके सभी प्रतिस्पर्धी पीछे थे। अबेल ने स्वर्ण पदक लगभग जीत ही लिया था। सभी दर्शक उनके नाम का उद्घोष कर रहे थे। इतने में कुछ गलतफहमी के कारण वह अंतिम रेखा समझकर एक मीटर पहले ही रुक गए। उनके पीछे आने वाले स्पेन के इव्हान फर्नांडीज के ध्यान में आया कि अंतिम रेखा समझ में नहीं आने की वजह से वह पहले ही रुक गए हैं।

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उन्होंने चिल्लाकर अबेल को आगे जाने के लिए कहा लेकिन स्पैनिश भाषा नहीं समझने की वजह से वह वहीं खड़े रहे। आखिर में इव्हान ने उन्हें धकेल कर अंतिम रेखा तक पहुंचा दिया। इस कारण अबेल का प्रथम तथा इव्हान का दूसरा स्थान आया।

खेल समाप्त होने के बाद जब पत्रकारों ने इव्हान से पूछा, ‘‘तुमने ऐसा क्यों किया ? मौका मिलने के बावजूद तुमने प्रथम स्थान क्यों गंवाया?’’

 इव्हान ने कहा, ‘‘मेरा सपना है कि हम एक दिन ऐसी मानव जाति बनाएंगे जो एक-दूसरे की मदद करे। अत: मैंने प्रथम स्थान नहीं गंवाया।’’

पत्रकार ने फिर कहा, ‘‘लेकिन आप केनियन प्रतिस्पर्धी को धकेल कर आगे लाए।’’

इस पर इव्हान ने कहा, ‘‘वास्तव में ही वह प्रथम था। यह प्रतियोगिता उसी की थी।’’

पत्रकार ने पुन: पूछा, ‘‘लेकिन तुम स्वर्ण पदक जीत सकते थे।’’

‘‘इतना सुनते ही इव्हान बोले, ‘‘उस जीत का क्या अर्थ होता ? क्या मेरे पदक को सम्मान मिलता ? दूसरों की दुर्बलता या अज्ञानता का फायदा न उठाते हुए उनकी मदद करने की सीख मेरी मां ने मुझे दी है।’’


 

Niyati Bhandari

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