सबसे बुरा है धन का नशा

punjabkesari.in Tuesday, Mar 26, 2019 - 10:52 AM (IST)

ये नहीं देखा तो क्या देखा (VIDEO)
कहा गया है कि धन में लक्ष्मी का वास होता है। धन का महत्व आज के समय में ही नहीं, बल्कि प्राचीन समय से रहा है। धन के बिना न तो कोई यज्ञ होता है और न ही कोई अनुष्ठान। जीवन निर्वाह धन के बिना नहीं हो सकता। आपने अक्सर ही लोगों से सुना होगा कि पैसे में बहुत ताकत है और यह कि पैसा है तो सब कुछ है। इन कथनों में कुछ हद तक सच्चाई भी है। यह सही है कि धन के बिना हमारा काम नहीं चल सकता पर ऐसा कतई नहीं है कि धन ही सब कुछ है। थोड़ा-बहुत धन हमें चाहिए, पर जितना चाहिए उसी के पीछे यह सब अनर्थ हो रहा है। अनर्थ वे लोग ही करते हैं जिनके पास ‘चाहिए’ से अधिक धन है। यहां सवाल यह उठता है कि ‘चाहिए’ से अधिक धन का लोग क्या करते हैं?
PunjabKesariआज धन बल पर धर्म सहित सब कुछ का व्यवसायीकरण हो रहा है। ऐसे में निराकार ईश्वर के आराधक संत कबीरदास याद आते हैं। कबीर ने बड़े सहज भाव से परमेश्वर से यह मांग रखी-‘साई इतना दीजिए, जा में कुटुम समाय। मैं भी भूखा न रहूं, साधु ना भूखा जाय।’

यानि वह जनसाधारण को परिश्रम से उतने ही धन उपार्जन के लिए कह रहे हैं जितने से उसके दैनिक कार्यों की पूर्ति हो जाए। आवश्यकता से अधिक धन की इच्छा ही तृष्णा का रूप धारण कर लेती है और अंततोगत्वा यह तृष्णा ही व्यक्ति के नैतिक पतन का कारण बनती है।
PunjabKesariयह सच है कि धन मूल्यवान है, उसकी सभी को ज़रूरत है पर उसको सब कुछ मान लेना स्वस्थ मन-मस्तिष्क का परिचायक नहीं कहा जा सकता। इसी मान्यता के प्रभाव का परिणाम है कि आज जीवन के लिए धन नहीं रह गया है, धन के लिए जीवन हो गया है। हर आदमी भाईचारा, सुख-शांति व ईमान खोकर जिस किसी भी तरह से धन कमाने के पीछे पड़ा है इससे दुनिया में धन नहीं बढ़ा है बल्कि धन का नशा बढ़ा है, धन के लिए पागलपन बढ़ा है। इससे दुख बढ़ा है, अशांति बढ़ी है, घमंड बढ़ा है और शैतानियत बढ़ी है।

वेद कहता है- पैसा कमाओ परंतु बहुत नहीं, जितनी ज़रूरत है उतना कमाओ। कुछ दान भी दो कुछ खाओ-पियो और ईश्वर का ध्यान, भगवान का भजन करो। धन कमाने के लिए एक दिन में अधिकतम 8 घंटे का समय खर्च करना चाहिए। थोड़ा-थोड़ा करके धीरे-धीरे पैसा कमाओ, धीरे-धीरे जमा करो, जिससे आपका जीवन ठीक से चलता रहे। अत्यधिक धन की चाह को अपने दिल में कभी जड़ मत पकड़ने दो। याद रखिए कि आपके दोस्त, परिवार के सदस्य और आपकी सेहत पैसे से कहीं ज्यादा अनमोल हैं। निर्धनता बुरी है, पर धन का नशा उससे भी बुरा है।
PunjabKesari
राहु-केतु का गोचर, जानें, सितंबर 2020 पर कैसा रहेगा राशियों का हाल (VIDEO)


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Jyoti

Recommended News

Related News