इंदौर के गणेश मंदिर में होती है धन वर्षा

Wednesday, Jun 17, 2020 - 12:11 PM (IST)

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भक्तों की आस्था और श्रद्धा का प्रतीक इंदौर का खजराना गणेश मंदिर पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। इस मंदिर में मुख्य मूर्ति भगवान गणपति की है, जो केवल सिंदूर से निर्मित है। हालांकि इस परिसर में भगवान गणेश के अलावा अन्य देवी-देवताओं के भी मंदिर हैं। देश के सबसे धनी गणेश मंदिरों में खजराना गणेश मंदिर का नाम सबसे आगे है। यहां करोड़ों रुपए का चढ़ावा हर साल आता है जिसमें विदेशी मुद्राएं और सोने-चांदी के जेवरात भी शामिल रहते हैं। गणेश चतुर्थी पर्व पर यहां भगवान गणेश का शृंगार तीन करोड़ के सोने के गहनों से किया जाता है।

इंदौर के खजराना गणेश मंदिर का निर्माण 1735 में होल्कर वंश की महारानी अहिल्याबाई ने करवाया था। मान्यताओं के अनुसार श्रद्धालु इस मंदिर की तीन परिक्रमा लगाते हैं और मंदिर की दीवार में धागा बांधते हैं। इस मंदिर में प्राचीन प्रतिमा के बारे में कहते हैं कि यह प्रतिमा एक स्थानीय पंडित मंगल भट्ट को सपने में दिखी थी। इसी सपने के बाद रानी अहिल्याबाई होल्कर ने खुदाई कर जमीन के नीचे से मूर्ति निकलवाई और स्थापित करवाया। जहां से प्रतिमा निकाली गई थी वहां एक जलकुंड है जो मंदिर के ठीक सामने है।

खजराना गणेश मंदिर परिसर में 33 छोटे-बड़े मंदिर बने हुए हैं, यहां भगवान राम, शिव, मां दुर्गा, साई बाबा, हनुमान जी सहित देवी-देवताओं के मंदिर हैं। मंदिर परिसर में पीपल का एक प्राचीन पेड़ भी है जिसके बारे में मान्यता है कि यह मनोकामना पूर्ण करने वाला पेड़ है। खजराना गणेश मंदिर में गणेश चतुर्थी के मौके पर 10 दिवसीय गणेशोत्सव की शुरूआत होती है। इन दिनों रोज भजन संध्या, महा आरती, अलग-अलग तरह के लड्डुओं का भोग और पुष्प शृंगार किया जाता है। यहां 51 हजार मोदक भक्तों में बांटे जाते हैं। कहते हैं कि इस मंदिर में आने वाले हर भक्त की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। 


 

Niyati Bhandari

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