जैन समुदाय का दावा, भोजशाला मंदिर-मस्जिद नहीं जैन गुरुकुल था
punjabkesari.in Tuesday, Jul 02, 2024 - 07:36 AM (IST)
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इंदौर (प.स.): जैन समुदाय के एक व्यक्ति ने मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय में रिट याचिका दायर करके धार के भोजशाला-कमाल मौला मस्जिद परिसर में अपने समुदाय के लोगों के लिए उपासना का अधिकार मांगा है।
याचिका में दावा किया गया है कि इस विवादित परिसर में कभी जैन गुरुकुल और जैन मंदिर हुआ करता था जहां देवी अम्बिका की मूर्ति स्थापित थी। दिल्ली के सामाजिक कार्यकर्त्ता सलेकचंद जैन की ओर से दायर इस रिट याचिका पर उच्च न्यायालय में इस हफ्ते सुनवाई हो सकती है। जैन के अधिवक्ता मनोहर सिंह चौहान ने सोमवार को यह जानकारी दी।
यह याचिका ऐसे वक्त में दायर की गई है, जब भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ए.एस.आई.) मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय के आदेश पर भोजशाला परिसर के सर्वेक्षण की रिपोर्ट अदालत में पेश करने की तैयारी में जुटा है।
जैन की याचिका में दावा किया गया है कि भोजशाला परिसर में कभी जैन गुरुकुल और जैन मंदिर हुआ करता था जहां जैन मुनियों और विद्वानों द्वारा विद्यार्थियों को शिक्षा दी जाती थी और इस परिसर में संस्कृत, प्राकृत और अन्य भाषाओं में ग्रंथों के अनुवाद का काम भी होता था, लिहाजा जैन समुदाय के लोगों को इस स्थान पर उपासना का अधिकार प्रदान किया जाना चाहिए।