बड़े-बुजुर्गों के अनुसार, धर्म लाभ और स्वास्थ्य प्रदान करती हैं ये भारतीय परंपराएं

Thursday, Dec 08, 2016 - 11:50 AM (IST)

दैनिक दिनचर्या में बहुत सारे ऐसे काम हैं, जिनका पालन हम केवल इसलिए करते हैं क्योंकि हमारे बड़ों ने हमें ऐसा करना सिखाया है। भारतीय परंपराओं का जो लोग पालन करते हैं वे धर्म लाभ के साथ ही स्वास्थ्य लाभ पाते हैं। जानिए परंपराओं के पीछे छुपे आधार... 


* ज्योत‌िष के अनुसार अविवाहितों के ल‌िए गुरूवार को बाल धोना और कटवाना व‌िवाह में बाधाएं उत्पन्न करता है। अमर सुहाग चाहने वाली सुहागन महिलाओं के ल‌िए इस द‌िन बाल धोना अच्छा नहीं माना जाता है। बृहस्पतिवार को बाल कटवाना ही नहीं शेव‌िंग करवाना भी अच्छा नहीं होता। कहते हैं क‌ि इससे उम्र छोटी होती है। शनिवार, मगलवार और गुरुवार के दिन बाल न कटवाने की मान्यता है की इन तीन दिनों में ग्रहों से कुछ विशिष्ट किरणों का संचार होता है। जो हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होती हैं। मस्तिष्क मानवीय काया का अहम अंग है। मस्तिष्क सिर में होता है और सिर के बीच का भाग बहुत संवेदनशील और कोमल होता है। इसकी सुरक्षा करते हैं हमारे बाल।

 

* प्याज, लहसुन खाने से तामसिक इच्छाएं बढ़ती हैं।  


* बड़े बुजुर्ग कहते हैं की भोर होते ही बिस्तर का त्याग कर देना चाहिए। सुबह के समय हवा में ऑक्‍सीजन अधिक होती है और वातावरण भी शांत होता है।


* सर्दियों में तिल और गुड़ खाने से रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।

 

* व्रत-उपवास करने से पाचन क्रिया दरूस्त रहती है। 

 

* धार्मिक स्थलों पर जाने से शरीर को मैग्‍नेटिक और इलेक्‍ट्रिक वेव प्राप्त होती हैं, जिससे शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। 


* घर में वैभव, संपन्नता और खुशहाली के लिए रात को सोने से पहले बर्तन धोकर रसोई को साफ करके सोना चाहिए। 

 
* मुख्यद्वार के पास कूड़ेदान रखने से पड़ोसीयों से संबंध खराब होते हैं और लक्ष्मी घर में प्रवेश नहीं कर सकती। 


* शाम के समय झाड़ू न लगाएं, सकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है और नकारात्मकता बलवान होती है।


* तुलसी पर सूर्योदय होने पर जल चढ़ाएं और ठाकुर जी के भोग में अर्पित करने के लिए पत्ते तोड़े जा सकते हैं। सूर्यास्त उपरांत तुलसी को जल अर्पित न करें और न ही पत्ते तोड़ें। संध्या के समय तुलसी का स्पर्श करना भी संचित पुण्यों को पाप में परिवर्तित कर देता है।


* शाम के समय घर का वातावरण धार्मिक और पवित्र बना कर रखें। स्त्री हो या पुरूष संबंध न बनाएं।

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