भारत के अलावा इन देशों में भी हर्षोल्लास से मनाई जाती है मकर संक्रांति

Saturday, Jan 14, 2017 - 10:07 AM (IST)

मकर संक्रांति का पर्व भारत में ही नहीं अपितु कई देशों में भी बड़े हर्षोल्लास से मनाया जाता है। यह पर्व भारत से बाहर रहने वाले भी बड़ी धूमधाम से मनाते हैं। मकर संक्रांति का विभिन्न देशों में अलग-अलग नाम हैं। तमिलनाडु में पोंगल, गुजरात में उत्तरायण, पंजाब में माघी, असम में बीहू और उत्तर प्रदेश में खिचड़ी कहा जाता है। मकर संक्रांति का पर्व विभिन्न क्षेत्रों में अलग-अलग रीति-रिवाजों से मनाया जाता है।

 

नेपाल
नेपाल में यह पर्व अलग-अलग नाम व भिन्न-भिन्न रीति-रिवाजों द्वारा भक्ति अौर उत्साह से मनाया जाता है। मकर संक्रांति के दिन किसान अच्छी फसल होने पर भगवान का धन्यावाद करते हैं अौर अपनी कृपा दृष्टि बनाए रखने की प्रार्थना करते हैं। नेपाल में मकर संक्रांति को माघे-संक्रांति, सूर्योत्तरायण और थारू समुदाय में माघी कहा जाता है। इस दिन नेपाल में सार्वजनिक अवकाश होता है। यह पर्व थारू समुदाय का प्रमुख त्यौहार है। नेपाल के अन्य समुदाय के लोग भी तीर्तस्थल में स्नान करके दान-पुण्य करते हैं। इसके साथ ही तिल, घी, शर्करा और कन्दमूल खाकर यह पर्व मनाते हैं। तीर्थस्थलों में रूरूधाम (देवघाट) व त्रिवेणी मेला सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है।

 

थाईलैंड
कई साउथ ईस्ट एशियन देशों में मकर संक्रांति का पर्व अलग-अलग तरीकों से मनाया जाता है। थाईलैंड में भी ये पर्व मनाया जाता है। वहां पर इस पर्व को सॉन्कर्ण के नाम से जानते हैं। यहां की संस्कृति भारतीय से भिन्न है। कहा जाता है कि थाईलैंड में प्रत्येक राजा की अपनी विशेष पतंग होती थी जिसे जाड़े के मौसम में भिक्षु और पुरोहित देश में शांति और खुशहाली की आशा में उड़ाते थे। वर्षा ऋतु में वहां के लोग अपनी प्रार्थनाअों को भगवान तक पहुंचाने के लिए पतंग उड़ाते थे। 

 

म्यांमार
म्यांमार में भी मकर संक्रांति मनाई जाती है। यहां पर यह पर्व थिनज्ञान के नाम से मनाया जाता है। म्यांमार में यह पर्व 3-4 दिन तक चलता है। माना जाता है कि यहां पर यह पर्व नए साल के आने की खुशी में मनाया जाता है। 

 

श्रीलंका
श्रीलंका में मकर संक्रांति मनाते का तरीका भारतीय संस्कृति से थोड़ा भिन्न है। यहां पर इस पर्व को उजाहवर थिरुनल नाम से जाना जाता है। तमिलनाडु के लोग यहां पर रहते हैं इसलिए श्रीलंका में इस पर्व को पोंगल भी कहते हैं। 
 

 

कंबोडिया
कंबोडिया में मकर संक्रांति को मोहा संगक्रान कहा जाता है। यहां भारतीय संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। माना जाता है कि यहां के लोग नए साल के आने अौर पूरा वर्ष खुशहाली बनी रहे इसके लिए ये पर्व हर्षोल्लास से मनाते हैं। 
 

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