किसी को सिखाना चाहते हैं सबक तो अपनाएं वल्लभभाई पटेल की ये Technique
Friday, Apr 17, 2020 - 02:32 PM (IST)
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
वल्लभभाई पटेल सच्चे लोगों के पक्ष में कार्य करने को सदैव तत्पर रहते थे। एक बार उनके इलाके में म्यूनिसिपल चुनाव हो रहे थे जिसमें एक धनी व्यक्ति के विरुद्ध एक शिक्षक खड़े हुए। वह शिक्षक सीधे-सादे और ईमानदार प्रवृत्ति के थे। सीधे-सादे शिक्षक को अपने विरुद्ध खड़ा देख उस धनी व्यक्ति ने शिक्षक का मजाक उड़ाना शुरू किया। एक दिन वह उस शिक्षक के पास गया और व्यंग्य से बोला, ‘‘क्या लगता है जीत पाओगे चुनाव में?’’
शिक्षक बोले, ‘‘अभी से क्या कहें? यह तो मतदाताओं पर है। अगर उन्हें लगता है कि हम ईमानदारी से कार्य कर रहे हैं तो हो सकता है कि जीत जाएं।’’
यह सुनकर धनी व्यक्ति अपनी मूंछों पर ताव देते हुए बोला, ‘‘चुनाव में खड़े होने के लिए व्यक्तित्व का भी अच्छा होना जरूरी है। यदि चुनाव में तुम जीत गए तो मैं अपनी मूंछें मुंडवा दूंगा।’’
शिक्षक को बुरा तो लगा, लेकिन उन्होंने उस वक्त चुप रह जाना ही उचित समझा। वह बिना कोई जवाब दिए वहां से हट गए। यह बात वल्लभभाई को पता चली तो वह शिक्षक के पास पहुंचे और बोले, ‘‘मास्टर जी, कुछ भी हो जाए, आपको विजय दिलवाकर उस धनी की मूंछें मुंडवानी हैं। बस आप हिम्मत से मैदान में डटे रहिए।’’
सीधे-सादे मास्टरजी बोले, ‘‘नहीं भाई, द्वेष भाव से कुछ मत करो। यह गलत है।’’ वल्लभभाई बोले, ‘‘गलत तब होता, जब वह आपको चुनौती नहीं देते। उन्होंने आपको चुनौती दी है और आपने वह चुनौती स्वीकार की है।’’
इसके बाद वल्लभभाई ने अनेक छात्रों को संगठित किया और शिक्षक के गुणों का ऐसा प्रचार-प्रसार किया कि उनकी भारी बहुमत से जीत हुई। शिक्षक की जीत के बाद वल्लभभाई 50 युवकों की टोली के साथ हेयरड्रैसर को लेकर धनी व्यक्ति के पास गए और उससे मूंछ मुंडवाने का आग्रह करने लगे। हार कर धनी व्यक्ति को अपनी गलती माननी पड़ी।