जानें, सपने में दिख जाए मृत परिजन तो...

Friday, Jul 12, 2019 - 12:56 PM (IST)

ये नहीं देखा तो क्या देखा (VIDEO)
अक्सर ऐसा होता है कि सपने तो हर कोई देखता है, लेकिन कई बार सपने बुरे आते हैं तो कई बार अच्छे होते हैं। किंतु ऐसा हमेशा होता है कि जब हम सुबह उठते हैं तो वह सपने हमें भूल जाते हैं। कहते हैं कि सोते समय अगर सपने में अपने मृत परिजनों को देखते हैं तो बाद में उनका एक अलग ही अहसास होता है। हम शब्द जरूर भूल जाते हैं लेकिन उनके चेहरे के भाव हमारे भीतर गहराई तक असर करते हैं। आज हम आपको इसी विषय के बारे में बताएंगे कि सपने में आपके मृत परिजन आपको क्या कहना चाहते हैं। 

वैज्ञानिक कारण
जब हमारा कोई प्रियजन हमसे हमेशा के लिए दूर हो जाता है तो हम दुखी होते हैं। जीवन की व्यस्तता के कारण हम भले ही उन्हें ही अपनी बातों में शामिल न करें लेकिन भावनात्मक रूप से हम उनके साथ जुड़े होते हैं। उनका ख्याल सोते और जागते समय हमारे मन में जरूर आता है। यह एक कारण होता है, उनसे जुड़े सपने और घटनाएं देखने का।

किसी बात का जिक्र
मृत परिजनों का हमारे सपने में आना उनकी इस बात की तरफ भी इशारा करता है कि वह अपनी किसी इच्छा के बारे में हमें सूचित कर रहे हैं। अगर आप इस बारे में जान पाते हैं तो ठीक है अन्यथा अपने परिजनों के नाम पर कुछ न कुछ दान-पुण्य समय-समय पर करते रहिए। इससे उनकी आत्मा को शांति मिलती है। 

आशीर्वाद देना
कहते हैं कि कई बार ऐसा होता है कि जब परिजन हमारे सपने में आते हैं तो बहुत ही प्रसन्न मुद्रा में होते हैं। मान्यताओं के अनुसार, इस दौरान वह हमें यह संदेश देना चाहते हैं कि हम उनके लिए परेशान न हों। वे जहां हैं, प्रसन्न अवस्था में हैं। लेकिन प्रियजनों का बार-बार सपने में आना इस बात की ओर इशारा माना जाता है कि आपको दान-पुण्य करके उनकी आत्मा की तृप्ति के लिए कार्य करने चाहिए।

पूजा-पाठ करना
गरुड़ पुराण के अनुसार यदि कोई मृत परिजन बार-बार आपके सपने में आता है तो आपको उनके नाम पर रामायण या गीता का पाठ कराना चाहिए। अगर सपने में परिजन क्रोधित अवस्था में दिखे और आपसे कोई कार्य करने के लिए कहे तो जितना जल्दी हो सके उनके द्वारा कहे गए कार्य को पूरा कर देना चाहिए।

मनोवैज्ञानिक कारण 
जब हम अपने किसी मृत परिजन के विषय में हर समय सोचते रहते हैं तो तब भी वह हमारे सपने में अधिक आते हैं। ऐसा किसी लौकिक या अलौकिक कारण से नहीं होता बल्कि मनोवैज्ञानिक कारण से होता है। जागृत अवस्था में हम जिस विषय पर गहराई से सोचते हैं, वही हमें सपने के रूप में दिखाई देता है।

दान करना
परिजनों का अंतिम संस्कार पूरे विधि-विधान के साथ करना चाहिए। किसी कारण कोई चूक हो जाती है तो पितृ पक्ष में बोध गया जाकर वहां श्राद्ध तर्पण करना चाहिए। हर साल पितृ पक्ष के दौरान अपने पूर्वजों के लिए श्राद्ध पूजन करना चाहिए। इससे मृत परिजनों की आत्मा की तृप्ति और शांति होती है ऐसा कई पुराणों में बताया गया है।

Lata

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