आप से भी देवी लक्ष्मी नाराज़ तो यहां जानें इसका कारण

Tuesday, Jul 21, 2020 - 04:36 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
धन पाने की इच्छा हर किसी की होती है, कहने का भाव है गरीब की तो होती है, अमीर लोग अधिक होने के बावजूद इसे पाने की लालसा मन में रखते ही हैं। मगर ये धन आता कैसे है? अब आपका जवाब होगा मेहनत से, तो आपका कहना गलत नहीं है निश्चिय ही धन पाने की इच्छा को पूरा करने के लिए अधिक परिश्रम करना पड़ता है। अब मगर आप में से कुछ लोगों के मन में ये सवाल भी निश्चिय ही आया होगा कि जब अधिक मेहनत करने के बाद भी सफलता नहीं मिल पाती, तो इसका क्या कारण होता है? 

दरअसल इसका कारण किन्हीं हालातों में हम ही होते हैं। जी हां, असल में कई बार हम जाने-अनजाने में ऐसी कुछ गलतियां कर बैठते हैं जिस कारण हमारे द्वारा किया परिश्रम निष्फल हो जाता है। अब आप भी ये यकीनन जानना चाहेंगे कि आखिर वो काम कौन से हैं, अगर हां तो चलिए हम हम आपको बताते हैं कि वो कौन से काम होते हैं जिनकी वजह देवी लक्ष्मी रूठ जाती हैं, और की गई मेहनत का कोई फल नहीं मिलता है।

आज कल बिजी स्केड्यूल के चलते लोग आज कल अपने बहुत से ज़रूरी काम शाम में या रात में करते हैं। जैसे सफ़ाई आदि काम। तो वहीं कुछ लोग दिन भर अपने काम में व्यस्त रहने के चलते रात को नाखून आदि काट लेते हैं। मगर वो इस बात से अंजान होते हैं कि ऐसा करने से घर से दरिद्रता का वास होता है। इससे देवी लक्ष्मी रूठ जाती हैं जिससे धन संबंधी परेशानियां जीवन में दस्तक देने लगती हैं। 

आज कल लगभग महिलाएं और लड़कियां रात में बाल खोलकर सोती हैं। शास्त्रों में ऐसा करना बिल्कुल सही नहीं माना जाता। कहा जाता है महिलाओं की ये  आदत अधिक नुकसानदेह होती, इससे घर और जीवन में नकारात्मक शक्तियां प्रभावित होती हैं, खुशहाली दुख में बदलती है साथ ही साथ पति की आयु कम होती है। 

इत्र या परफ्यूम का इस्तेमाल ज्योतिष शास्त्र में काफी लाभदायक माना जाता है। मगर इसमें एक जानकारी ये भी दी गई है कि रात में सोने से पहले कभी भी इत्र आदि का प्रयोग नहीं करना चाहिए। इससे बुरी शक्तियां काफी हद तक प्रभावित होती हैं, जिससे कई बार इंसान किसी साए के चपेट में आ जाते हैं। 

अक्सर महिलाएं अधिक काम की वजह से कई बार थकावट के चलते रात में झूठे बर्तन छोड़कर सो जाती हैं। मगर कहां जाता है देवी लक्ष्मी इससे बहुत नाराज़ होती हैं। कहा जाता है जिस महिला को ये आदत पड़ा जाती हैं, उसके घर-परिवार की सारी खुशियां धीरे-धीरे चली जाती हैं।

 

Jyoti

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