Personality में चार चांद लगाने से लेकर गुस्से को करें कंट्रोल

Tuesday, Jan 07, 2020 - 07:42 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ

आधुनिक परिस्थितियों में प्रत्येक आमजन इस क्रोध नाम की बीमारी का शिकार है। समझ-बूझ के साथ क्रोध का प्रयोग किया जाए तो वह एक ऊर्जा का कार्य करता है, प्रारम्भिक स्तर पर यह एक साधारण भावना होती है। नियंत्रण से बाहर होने पर इसके परिणाम बहुत भयंकर होते हैं। जोश और आवेश में क्रोध के कारण रिश्तों, स्वयं और मस्तिष्क सभी को हानि पहुंचती है। इसके फलस्वरूप व्यक्ति अपने रिश्ते खराब कर लेता है। क्रोध पर नियंत्रण पाना सहज नहीं फिर भी जो व्यक्ति अपने क्रोध पर काबू पाने में सफल हो जाता है, उसे बुद्धिमान व्यक्तियों की श्रेणी में रखा जाता है। बहुत अधिक क्रोध करने के परिणाम बहुत बुरे होते हैं। अक्सर व्यक्ति क्रोध में आकर अपशब्द और गलत व्यवहार करने लगता है। 

सामान्यत: क्रोध आने के लिए किसी बड़ी वजह की आवश्यकता नहीं होती। मामूली बातों पर भी कई बार क्रोध की स्थिति बन जाती है। माना जाता है कि क्रोध आने का मुख्य कारण महत्वाकांक्षी होना या मन की न होना है। क्रोध करने से दैनिक जीवन की गतिविधियां प्रभावित होने लगती हैं। बहुत अधिक क्रोध आने पर व्यक्ति अपने, अपनों और अपने कार्यक्षेत्र में कार्य करने वाले व्यक्तियों पर क्रोध निकालता है। क्रोध सदैव रिश्तों में तनाव का कारण बनता है। क्रोध की अवस्था में लोग अपना आपा खो देते हैं और चीखने-चिल्लाने लगते हैं। क्रोध आने पर यदि हम अपनी राशि अनुसार उपाय करें तो निश्चित रूप से क्रोध में कमी करना संभव है और व्यक्तित्व के दोषों में भी कमी होती है। 

मेष राशि 
आपकी राशि मंगल के स्वामित्व के अधिकार क्षेत्र में आती है। क्रोध आने की संभावनाएं बहुत अधिक बनती है। जब भी गुस्सा आता है तो वह विकराल रूप में होता है। अपने क्रोध में कमी करने के लिए मंगलवार के दिन व्रत करना चाहिए। इसके अतिरिक्त इस दिन हनुमान जी का पूजन भी क्रोध दूर करता है। इस दिन यदि प्यासे व्यक्तियों को मीठे पानी का दान करें तो शुभता को बढ़ाता है और आवेश पर नियंत्रण रखने में लाभदायक सिद्ध होता है।   
 
वृष राशि 
आपकी राशि कहती है कि आपको अधिक से अधिक दूध और दूध से बनी वस्तुओं का सेवन करना चाहिए। इसमें दूध, दही, मक्खन और पनीर प्रमुख हैं। सफेद रंग क्रोध का ह्रास करता है। इन वस्तुओं को नियमित रूप से अपने भोजन में शामिल करने से क्रोध दूर होता है। इसके साथ ही आपको मां दुर्गा जी का भी पूजन करना चाहिए।    

मिथुन राशि 
आपको क्रोध बहुत जल्द नहीं आता परन्तु आने पर आपको शांत कारण आसान नहीं होता। क्रोध में आप आक्रामक हो जाते हैं। अपने क्रोध को शांत रखने के लिए आप हरी वस्तुओं का दान करें। साथ ही हरी दालों का अधिक से अधिक सेवन करें। श्री गणेश का नित्य पूजन करना व्यक्तित्व के इस दोष को दूर करेगा।  
 
कर्क राशि 
कुछ लोग गुस्सा आने पर क्रोध करने लगते हैं, जो बिल्कुल सही नहीं है। धूम्रपान करने की जगह ऐसे व्यक्ति को मीठी सौंफ का सेवन करना चाहिए। यदि आप क्रोध में आते है तो आपको पानी से अधिक से अधिक स्नान करना चाहिए। भगवान शिव के पुत्र कार्तिकेय का दर्शन-पूजन करना चाहिए। धूम्रपान का त्याग, मीठी वस्तुएं खाने और कार्तिकेय का पूजन करने से गुस्से में कमी होती है।   
 
सिंह राशि  
आपको अपने गुस्से को दूर करने के लिए प्रात:काल सूर्य को जल देना, साथ ही अपने बुजुर्गों और बड़ों की सेवा करनी चाहिए। इससे सूर्य ग्रह के सभी शुभ फल आपको प्राप्त होने लगेंगे। माथे पर लाल सिंदूर का तिलक करने से भी क्रोध में राहत मिलती है। इसके अलावा क्रोध से बचने के लिए आप गर्म चीजों का सेवन करने से बिल्कुल बचें। सूर्य देव और श्री विष्णु जी की पूजा और स्तुति करने से भी क्रोध में कमी करने में सहायता मिलती है।
    
कन्या राशि 
बुधवार के दिन हरे वस्त्रों को पहनना गुस्से को कम करेगा। इसके अतिरिक्त अपने छोटे-भाई बहनों और मित्रों से रिश्ते मधुर बनाए रखने का प्रयास करें। श्री गणेश के दर्शन और गणेश मंत्र का जाप करने से क्रोध में कमी होगी और जीवन में शुभता का वास होगा।  

तुला राशि 
आपकी राशि के व्यक्तियों को क्रोध कम आता है। आप शांत स्वभाव के हैं, इसलिए आवेश में आने की संभावनाएं कम बनती हैं परन्तु कभी कभी परिस्थितिवश क्रोध आने की स्थिति बन ही जाती है। आपको अपने गुस्से को दूर करने के लिए माथे पर चंदन का तिलक लगाना चाहिए। साथ ही शिवाष्ट्क का पाठ करें।  

वृश्चिक राशि 
वृश्चिक राशि के जातकों को अपने गुस्से पर नियंत्रण रखने के लिए कच्चे दूध में थोड़ी-सी दही और केसर मिलाकर तिलक करना चाहिएं। इन्हें सरस्वती जी की पूजा करनी चाहिए। इसके अलावा क्रोध में कमी के लिए अधिक से अधिक जल स्नान करें। 
 
धनु राशि
अपने क्रोध पर नियंत्रण पाने के लिए आप रात्रि में सोने से पूर्व एक बड़े बर्तन में नमक लेकर उसमें सेंधा नमक डाल लें और इस पानी में अपने पैर डुबोकर बैठ जाएं। यह आपको लगभग 30 मिनट तक करनी हैं। साथ ही आप प्रात:काल में व्यायाम करें, व्यायाम में भी भ्रामरी प्राणायाम करना उपयोगी रहेगा। आपको अपने स्वभाव को शांत रखने के लिए अधिक मिर्च मसाले नहीं खाने चाहिएं। भगवान श्री कृष्ण की पूजा प्रतिदिन करना लाभदायक रहेगा।  

मकर राशि
यदि आप स्वयं को क्रोध मुक्त रखना चाहते हैं तो आपको फास्ट फूड के सेवन से बचना चाहिए। इसके स्थान पर आप के लिए बेहतर होगा कि आप हरी सब्जियां अपने आहार में शामिल करें। संभव हो तो आप कत्थे का प्रयोग भी प्रतिदिन सेवन में कर सकते हैं। आपकी राशि के अनुसार आपका नित्य प्रात: लक्ष्मी जी का पूजन-दर्शन करना क्रोध में कमी करने का कार्य करेगा।  

कुंभ राशि 
क्रोध और आवेश में कमी करने के लिए आप रोजाना एक हरी इलायची का सेवन करें। इसके अतिरिक्त आपको ऐसे भोजन का सेवन करने से बचना चाहिए जिसमें कद्दू, मैदा, उड़द की दाल और राजमा हों। 
 
मीन राशि
गुस्सा दूर करने के लिए आप मीठे और नमक का प्रयोग करें और सोमवार के दिन व्रत करें।  हमारे आहार का हमारे स्वभाव पर प्रभाव पड़ता है इसलिए लहसुन और प्याज का सेवन करने से बचें।   

Niyati Bhandari

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