शनि-मंगल के कुप्रभाव से बचने हेतु 9 दिसंबर को करें ये उपाय

Friday, Dec 08, 2017 - 12:54 PM (IST)

आज शनिवार दि॰ 09.12.17 पौष कृष्ण सप्तमी व मघा नक्षत्र के उपलक्ष में हनुमान जी के विचित्र वीर स्वरूप का पूजन करना श्रेष्ठ रहेगा। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार शनि व मंगल दोनों की गिनती पाप ग्रहों में होती है। कुंडली में इनकी अशुभ स्थिति व्यक्ति को परेशानियों में डाल देती है। शनि-मंगल आपस में शत्रुता रखते हैं। अतः यदि किसी कुंडली में दोनों ग्रह एकसाथ हों तो जीवन को कष्टकार बना देते हैं। शनि-मंगल की युति से दांपत्य, नौकरी, व्यवसाय, संतान, गृह सौख्य इनसे संबंधित शुभ-अशुभ घटनाएं जीवन में अचानक घटती हैं। अचानक विवाह जुड़ना, अचानक प्रमोशन, बिना कारण घर बदलना, नौकरी छूटना, कार्यस्थल या शहर देश से पलायन आदि का परिणाम देते हैं। अशुभ शनि-मंगल दांपत्य सुख में कमी व स्वास्थ पर घोर संकट लाते हैं। अशुभ शनि-मंगल सड़क दुर्घटनाओं का सूचक भी है। इनकी युति पैरालिसिस बीमारी का कारण भी है। शनि-मंगल के कुप्रभाव से बचने हेतु विचित्र वीर हनुमान साधना सर्वश्रेष्ठ फल देती है। इस से शारीरिक कष्ट दूर होते हैं, सड़क दुर्घटनाओं से बचाव होता है तथा दांपत्य अशांति से मुक्ति मिलती है।

  
विशेष पूजन: संध्या काल में लाल वस्त्र बिछाकर विचित्र वीर हनुमान का उत्तरमुखी होकर विधिवत पूजन करें, तिल के तेल का दीप करें, लोहबान से धूप करें, पीपल के पत्ते चढ़ाएं, काजल चढ़ाएं, उड़द से बने मिष्ठन का भोग लगाएं तथा रुद्राक्ष माला से इस विशिष्ट मंत्र का 108 बार जाप करें। इसके बाद भोग काली गाय को खिला दें। 


पूजन मंत्र: ॐ नमो भगवते विचित्र-वीर-हनुमते हुं फट् स्वाहा॥ 


पूजन मुहूर्त: शाम 16:20 से शाम 17:20 तक। 


उपाय
शारीरिक कष्ट से मुक्ति हेतु साबुत लाल मिर्च सिर से वारकर हनुमान जी पर चढ़ाएं।


दांपत्य अशांति से मुक्ति हेतु 2 नींबू पर लौंग लगाकर हनुमान मंदिर में चढ़ाएं।


सड़क दुर्घटनाओं से बचाव हेतु लाल कपड़े में बंधे उड़द हनुमान मंदिर में चढ़ाएं।
 

आचार्य कमल नंदलाल
ईमेल: kamal.nandlal@gmail.com

 

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