New year में बनाने वाले हैं नया आशियाना तो एक बार ये ज़रूर पढ़ें

Thursday, Dec 09, 2021 - 09:03 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
2022 वर्ष के प्रारंभ में अब कुछ ही दिन बाकी है, हर व्यक्ति के नए वर्ष को लेकर अपने अलग-अलग प्लॉन्स होते हैं कि कैसे वो अपने नए वर्ष को खास बनाएगा, कैसे नए वर्ष में अपने अधूरों सपनों को पूरा करेगा। तो वहीं काफी लोग नए वर्ष में नया घर बनवाने की इच्छा रखते हैं। परंतु इस बात के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं कि प्रत्येक व्यक्ति को घर बनवाते समय वास्तु शास्त्र का ध्यान रखना चाहिए। आज हम आपको इस आर्टिकल में आपको इसी से जुड़ी जानकारी देने वाले हैं, कि अगर आप नए साल में   नया घर बनवाने जा रहे हैं तो आपको किन बातों का ध्यान चाहिए। 

वास्तु विशेषज्ञ के अनुसार प्रत्येक व्यक्ति को प्लॉट खरीदते समय वास्तु के नियमों का खास ध्यान रखना चाहिए। वास्तु शास्त्र को प्राकृतिक ऊर्जा के श्रेष्ठ प्रयोग का विषय बताया गया है। इसीलिए घर हो या उद्योग लगाने के लिए भूमि का चयन करना हो, वास्तु शास्त्र के नियमों का ध्यान रखना ही अच्छा माना गया है.

वास्तु शास्त्र में कुल 10 दिशाएं बताई गई हैं। इनमें आकाश-पाताल को छोड़कर आठ शेष रहती हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार सूर्याेदय की दिशा उत्तर-पूर्व को ईशान कोण के नाम से भी जाना जाता है। तो वहीं इस दिशा को देवपूजा दिशा भी कहते हैं। कहा जाता है भूमि का मुख्यद्वार उत्तर से पूर्व तक की दिशा में होना चाहिए, शुभ होता है।

घर बनाने के लिए प्लॉट का चयन करते समय इस बात का खास ध्यान रखें कि उसे भूमि के आगे किसी तरह का कोई विशाल निर्माण न हो। वास्त के अनुसार उसकी छाया का भूमि पर पड़ना शुभ नहीं माना जाता। ये भी ध्यान रखें कि उसके आगे किसी प्रकार के बड़े वृक्ष व पेड़ आदि न हो। न ही घर के मुख्यद्वार पर बड़े पेड़ों का होना शुभ होता है। इसके लिए कोशिश करें कि पेड़ घर भूमि की सीमा से बाहर ही हो। 

जिस भी प्लॉट को खरीदना चाह रहे हों, उस जगह पर एक गड़्ढा खोदकर पानी भरकर छोड़ दें। अगले दिन जाकर देखें यदि सारा पानी सूख जाए तो समझ जाएं कि ये भूमि प्रयोग के लायक नहीं है। इसलिए ऐसे भू क्षेत्र को प्रयोग में न लाएं। परंतु अगर पानी वैसे का वैसे हो या शेष बचा हो तो ऐसी भूमि को प्रयोग में लाया जा सकता है। 

इसके अतिरक्ति इस बात का भी ध्यान रखें कि जो प्लॉट खरीद रहे है, उसके कोने कटे हुए न हों। विशेष तौर पर उत्तर और पूर्व दिशाओं के कोने कटे हुए या संकरे पाए जाए तो यह अशुभ संकेत माना जाता है। हालांकि इसके विपरीत दिशा के कोने कटे होने पर स्वीकार्य हो सकते हैं। ये भी ध्यान रखें कि घर के आसपास दलदली भूमि न हो, प्लॉट के समक्ष कोई पहाड़ या पहाड़ी न हो। 

Jyoti

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