Holika Dahan 2022: इन उपाय को करते समय इन मंत्रों का जप, होगी हर मुश्किल आसान
Thursday, Mar 10, 2022 - 01:41 PM (IST)
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
हमारे देश में बहुत धूम धाम से होली का त्यौहार मनाया जाता है। कहा जाता है रंगों के इस त्यौहार में लोग आपसी मतभेद भुलाकर एक दूसरे को प्यार के रंग लगाते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार होली की शुरुआत होलिका दहन से होती है। बात करें देश की तो इससे जुड़ी मान्यताएं व पंरपंराएं में प्रचलित है। तो वहीं होलिका दहन व होली से जुड़ी कई तरह के उपाय भी ज्योतिष शास्त्र आदि में बताए गए हैं। बता दें इस बार होली का पर्व 18 मार्च, दिन शुक्रवार पड़ रहा है। जिसका अर्थ होलिका दहन की पूजा इससे ठीक एक दिन पहले रात में की जाएगी। ज्योतिष विशेषज्ञ बताते हैं कि इस दिन कुछ खास मंत्रों के साथ किए जाने वाले उपाय करने से व्यक्ति को विभिन्न प्रकार के फल प्राप्त होते हैं। आज इस आर्टिकल में हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ ऐसे ही उपाय बताने जा रहे हैं, जिन्हें करने से आपको कई प्रकार के शुभ फल प्राप्त हो सकते हैं।
होलिका दहन की रात किसी एकांत स्थान पर कुश आसन पर बैठकर सामने एक लकड़ी के खंबे पर काला कपड़ा बिछाएं, फिर तांबे के चादर पर बना तंत्र रक्षा ताबीज़ रख दें। इसके उपरांते हल्दी की माला से "ऊं ह्री ह्रीं क्लिंम" मंत्रों का जप करें। कहा जाता है इस मंत्र के जप से ये उपाय सिद्ध हो जाता है। ध्यान रहें उपरोक्त उपाय करने के बाद ताबीज को धागे में बांधकर गले में धारण कर लें। मान्यता है ये उपाय करने से व्यक्ति अपने जीवन के विघ्नों से छूट जाता है।
जिस व्यक्ति के जीवन में धन से जुड़ी परेशानियों हो उन्हें होली की रात आगे बताए जाने वाला उपाय करना चाहिए। इस रात अपने घर में एकांत स्थान पर बैठकर, कमल की माला से "ॐ नमो धनदाय स्वाहा" मंत्र का जाप करें। मााना जाता है इस उपाय को करने से जीवन में धन संबंधी समस्याओं का खात्मा होता है तथा धन में वृद्धि होती है।
जिस किसी व्यक्ति के जीवन अधिक रूप से दुर्घटानएं हो रही हो उसे होली की रात होलिका दहन से पहले पांच काले गुज्जे हाथ में लेकर होली के पांच फेरे करके, फिर अंत में पांच बार होलिका की ओर मुड़कर हाथों को सिर के ऊपर उठाकर होली में फेंक दें।
इसके अलाव सेहत संबंधी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए यानि स्वास्थ्य लाभ पाने के लिए होलिका दहन के समय होली के ग्यारह फेरे करते समय इल मंत्र का जाप करें-
देहि सौभाग्यमारोग्यं, देहि मे परमं सुखं।
रुपं देहि, जयं देहि, यशो देहि, द्विषो जहि।।
( नोट- पंजाब केसरी उपरोक्त दी गई किसी भी जानकारी की पुष्टि नहीं करता, ऊपर दी गई तमाम जानकारी केवल धार्मिक व ज्योतिष मान्यताओं पर आधारित है। )