इस होली पर ज़रूर करें ये काम, ग्रहों के साथ-साथ सुधर जाएंगे आपके हालात

Sunday, Mar 08, 2020 - 05:35 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
रंगों का त्यौहार होली हर किसी के दिल में प्यार की नई उमंगें पैदा करता है। ये त्यौहार ही ऐसा है, जहां होलिका दहन की रात को सभी होलिका की अग्नि में अपने जीवन की नकारात्मकता को दूीर करने के लिए प्रार्थना करते हैं तो वहीं दूसरी ओर इसके ठीक अगले दिन यानि होली पर हर कोई रंगों के साथ खेलता हैं। एक-दूसरे को रंग लगाकर प्रत्येक व्यक्ति एक दूसरे के मन में प्यार पैदा करता है। तो वहीं अगर ज्योतिष और धार्मिक शास्त्रों की मानें तो इस दौरान कुछ उपाय व मंत्रों का जाप करना काफ़ी लाभदायक माना जाता है। मगर अधिकतर लोगों को इस बारे में जानकारी नहीं है। तो अगर आप भी इन्हीं लोगों में से एक है तो चलिए हम आपको होली के इस खास मौके पर बताते हैं इससे जुड़े कुछ खास उपाय तथा इस दौरान किए जाने वाले मंत्रों के बारे में जिनका जाप करने से आप पर भगवान की कृपा बरसा सकती है। इतना ही नहीं इन उपायों को करने से आपकी कुंडली के दोष भी ठीक हो सकते हैं। साथ ही साथ आपकी तमाम तरह की मनोकामनाओं की पूर्ति हो सकती है। 

नवग्रह बाधा के दोष को दूर करने के लिए होली की राख से शिवलिंग की पूजा करें और साथ ही राख मिश्रित जल से स्नान करें।

नवग्रह मंत्र-
ब्रह्मा मुरारी त्रिपुरांतकारी भानु: शशि भूमि सुतो बुधश्च। 
गुरुश्च शुक्र शनि राहु केतव सर्वे ग्रहा शांति करा भवंतु ।।

होली वाले दिन आप किसी जरूरतमंद व्यक्ति को भोजन अवश्य कराएं।

होली की रात्रि को सरसों के तेल का चौमुखी दीपक जलाकर पूजा करें और भगवान से सुख-समृद्धि की प्रार्थना करें। इस प्रयोग से बाधा निवारण होता है।

अगर बुरा समय चल रहा हो तो होली के दिन पेंडुलम वाली नई घड़ी पूर्वी या उत्तरी दीवार पर लगाएं। 

राहू का उपाय 
एक नारियल का गोला लेकर उसमें अलसी का तेल भरकर, उसमें थोड़ा-सा गुड़ डालें। फिर उस नारियल के गोले को राहू से ग्रस्त व्यक्ति के अंगों से स्पर्श करवाकर जलती हुई होलिका में डाल दें। पूरे वर्ष राहू से परेशानी की संभावना नहीं रहेगी।

मनोकामना की पूर्ति के लिए होली के दिन से शुरू करके प्रतिदिन हनुमान जी को पांच लाल पुष्प चढ़ाएं तथा हनुमान जी के निम्न मंत्रों का जाप करें। 

ॐ तेजसे नम: 
ॐ प्रसन्नात्मने नम: 
ॐ शूराय नम: 
ॐ शान्ताय नम: 
ॐ मारुतात्मजाय नमः 
ऊं हं हनुमते नम:

होली की प्रात: बेलपत्र पर सफ़ेद चंदन की बिंदी लगा कर अपनी मनोकामना बोलते हुए शिवलिंग पर सच्चे मन से अर्पित करें।  बाद में सोमवार को किसी मंदिर में भोलेनाथ को पंचमेवा की खीर अवश्य चढ़ाएं। ध्यान रहे इस दौरान शिव जी के किसी मंत्र का उच्चारण ज़रूर करते रहें। 
ॐ नम: शिवाय

स्वास्थ्य लाभ और मृत्यु तुल्य कष्ट से ग्रस्त रोगी को छुटकारा दिलाने  के लिए जौ के आटे में काले तिल एवं सरसों का तेल मिलाकर मोटी रोटी बनाएं और उसे रोगी के ऊपर से सात बार उतारकर भैंस को खिला दें। यह क्रिया करते समय ईश्वर से रोगी को शीघ्र स्वस्थ करने की प्रार्थना करते रहें।

व्यापार में लाभ के लिए होली के दिन गुलाल के एक खुले पैकेट में एक मोती, शंख और चांदी का एक सिक्का रखकर उसे नए लाल कपड़े में लाल मौली में बांधकर तिज़ोरी में रखें, व्यवसाय में लाभ होगा।

होली के अवसर पर एक एकाक्षी नारियल की पूजा करके लाल कपड़े में लपेटकर अपनी दुकान में या व्यापार स्थल पर स्थापित करें। साथ ही स्फटिक का शुद्ध श्रीयंत्र रखें। उपाय निष्ठापूर्वक करें। लाभ में दिन दूनी रात चौगुनी वृद्धि होगी।

धन हानि से बचाव के लिए होली के दिन मुख्य द्वार पर गुलाल छिड़कें और उस पर द्विमुखी दीपक जलाएं। दीपक जलाते समय धनहानि से बचाव की कामना करें। जब दीपक बुझ जाए तो उसे होली की अग्रि में डाल दें। यह क्रिया श्रद्धापूर्वक करें। धनहानि से बचाव होगा।

होली के दिन प्रात: उठते ही किसी ऐसे व्यक्ति से कोई वस्तु न लें, जिससे आप द्वेष रखते हों। सिर ढंक कर रखें। किसी को भी अपना पहना हुआ, वस्त्र या रुमाल नहीं दें। इसके अतिरिक्त इस दिन शत्रु या विरोधी से पान, इलायची, लौंग आदि न लें। 

ये सारे उपाय सावधानीपूर्वक करें। दुर्घटना से बचाव होगा। आत्मरक्षा के लिए किसी को कष्ट न पहुंचाएं, किसी का बुरा न करें और न सोचें।  

अगर आपके घर में कोई शारीरिक कष्ट से पीडि़त है और उसको रोग छोड़ नहीं रहा है, तो 11 अभिमंत्रित गोमती चक्र बीमार व्यक्ति के शरीर से 21 बार उतारकर होली की अग्रि में डालें।

अगर बुध ग्रह आपकी कुंडली में संतान प्राप्ति में बाधा डाल रहा है, तो किसी भी बच्चे वाली गरीब महिला को होली वाले दिन से शुरू कर एक महीने तक हरी सब्जियां दें। माता वैष्णो देवी से संतान की प्रार्थना करें।

शीघ्र विवाह के लिए
जो युवा विवाह योग्य हैं और सर्वगुण सम्पन्न होने के बावजूद शादी नहीं हो पा रही है, तो  होली के दिन किसी शिव मंदिर में जाएं और अपने साथ 1 साबुत पान, 1 साबुत सुपारी एवं हल्दी की गांठ रख लें।  पान के पत्ते पर सुपारी और हल्दी की गांठ रख कर शिवलिंग पर अर्पित करें। इसके बाद पीछे देखे बिना अपने घर लौट आएं। यही प्रयोग अगले दिन भी करें। इसके साथ ही समय-समय पर शुभ मुहूर्त में यह उपाय किया जा सकता है। 

Jyoti

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