Holi 2020: सुख-सुविधाओं से भर जाएगी आपकी खाली झोली, अगर कर लिए ये काम

Wednesday, Feb 26, 2020 - 12:12 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
ऐसे मनाना होली का त्यौहार,
पिचकारी से बरसे सिर्फ प्यार,
ये है मौका अपनों को गले लगाने का,
तो गुलाल और रंग लेकर हो जाओ तैयार।

रंगों का त्यौहार होली हिंदू पंचांग के अनुसार फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। बताया जाता है मुख्य रूप से होली का त्यौहार भारत तथा नेपाल में मनाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार होली का पर्व कुल दो दिन मनाया जाता है। जिसमें पहले दिन होलिका जलाई जाती है, जिसे होलिका दहन के नाम से जाना जाता है। तो वहीं दूसरे दिन को  धुलेंडी व धुरड्डी, धुरखेल, धूलिवंदन व अन्य कई नामों से जाना जाता है। इस दिन रंगों तथा अबीर-गुलाल आदि से खेलने की परंपरा प्रचलित है। इसके अलावा इस दिन लोग ढोल-बाजे बजा कर होली के गीत गाते हैं और घर-घर जा कर लोगों को रंग लगाते हैं।

आज की तारीख़ में लगभग ये त्यौहार अन्य कई देशों में भी मनाया जाने लगा है। क्योंकि इस पर्व को लेकर मान्यता है इस दिन लोग पुराने सभी गिले-शिकवे मिटाकर एक-दूसरे को गले लगाते हैं, मिठाई से मुंह मीठा करते हैं जिससे उनके रिश्ते मे एक बार फिर प्यार पैदा हो जाता है। अब इन सब बातों से आपको इस बात का अंदाज़ा तो हो ही गया होगा कि इस पर्व का न केवल हिंदू धर्म के लोगों के लिए ही नहीं बल्कि अन्य कई लोगों के लिए महत्व रखता है।

बताया जा रहा है कि इस बार होली का ये त्यौहार और भी अधिक महत्वपूर्ण है। ज्योतिष विद्वानों का मानना है कि इस बार की होली पर कुछ ग्रहों का ऐसा संयोग बन रहा है, जिससे होली पर बहुत दुर्लभ योग बन रहा है। जिस दौरान होलिका की पूजा के साथ-साथ अगर इस दिन होली कुछ खास उपाय आदि किए जाएं जीवन में खुशियों की बहार छा जाती है। इतना ही नहीं बल्कि हर खाली झोली सुख-सुविधाओं से भर जाती है।

तो आइए जानते हैं इन खास उपायों के बारे में-
जिस जातक को व्यापार या नौकरी के क्षेत्र में तरक्की न मिल रही हो वो होली के दिन 21 गोमती चक्र लेकर होलिका दहन की रात को शिवलिंग पर चढ़ाएं, सुबह इन्हीं चक्रों को उठाकर अपनी तिज़ोरी या गल्ले में रख दें। माना जाता है इस उपाय को करने से उपरोक्त समस्याएं दूर हो जाती हैं।

इसके अलावा रोज़गार न मिल रहा हो तो और बेरोज़गार हो तो होली की रात 12 बजे से पहले एक नींबू लेकर चौराहे पर जाएं और उसके चार टुकड़े कर उन टुकड़ों को चार दिशाओं में फेंक दें और वहां से आ जाएं। ध्यान रहे इसके उपरांत पीछे मुड़कर न देखें।

अधिक मेहनत करने पर भी घर में धन न आता हो या आने के बाद भी टिकता न हो तो होली की रात सरसों के तेल का चौमुखी दीपक घर के मुख्य द्वार पर जलाते हुए मन में परिवार में सुख-समृद्धि की कामना करें।

अगर घर के मुखिया की कुंडली में राहु का दुष्प्रभाव चल रहा हो तो होलिका दहन वाले दिन एक नारियल के गोले में अलसी का तेल, थोड़ा सा गुड़ डालकर उसे अपने उपर से एक बार उतारकर जलती हुई होलिका में डाले दें। इससे राहु का बुरा प्रभाव हमेशा के लिए समाप्त हो जाएगा।
 

परिवार की सुख-समृद्धि के लिए होलिका दहन के दिन होलिका की अग्नि में गाय के घी में भिगोए हुए दो लौंग, एक बताशा और एक पान का पत्ता डालकर अग्नि की 11 परिक्रमा करें।

गरीबी से परेशान लोग होली के इस दुर्लभ संयोग के दौरान एक काला कपड़ा लें और उसमें काले तिल, 7 लौंग, 3 सुपारी, 50 ग्राम सरसों और किसी स्थान की मिट्टी लेकर एक पोटली बना लें। अब  इसे खुद पर से 7 बार वारकर होलिका दहन में डाल दें, इससे आपकी गरीबी हमेशा के हमेशा के लिए खत्म हो जाएगी।

अक्सर कुछ लोगों को कहते सुना जाता है कि उनका पैसा फंस जाता है तो ऐसे में आपको होली के दिन 11 गोमती चक्र हाथ में लेकर जलती हुई होलिका की 11 बार ही परिक्रमा करते हुए धन प्राप्ति की प्रार्थना करें। इसके बाद  एक सफ़ेद कागज पर उस व्यक्ति का नाम लाल चन्दन से लिखें जिससे पैसा लेना है एवं उस सफ़ेद कागज में 11 गोमती चक्र लपेटकर किसी एकांत जगह में गड्ढा खोदकर इसे उसमें दबा दें।

Jyoti

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