Hayagriva Jayanti 2023: आज करें हयग्रीव भगवान की पूजा, मिलेगा असीम बुद्धि और बल का आशीर्वाद

Wednesday, Aug 30, 2023 - 10:38 AM (IST)

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Hayagriva Jayanti 2023: हिंदू पंचांग के अनुसार सावन माह की पूर्णिमा के दिन हयग्रीव जयंती का पर्व मनाया जाता है। इस वर्ष 2023 में हयग्रीव जयंती 30 अगस्त को मनाई जाएगी यानि की आज। हयग्रीव भगवान श्री हरि के 24 अवतारों में से एक हैं। हयग्रीव भगवान का सिर घोड़े का और शरीर मनुष्य का है। भगवान विष्णु ने यह अवतार मधु और कैटुभ नामक दो राक्षसों से ब्रह्मांड की रक्षा के लिए लिया था, जिन्होंने वेदों को चुरा लिया था। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार हयग्रीव भगवान ने वेदों के विकास में अपना विशेष योगदान दिया था। इसी वजह से उन्हें ज्ञान का देवता भी कहा जाता है। तो चलिए जानते हैं किस तरह करें श्री हरि के अवतार की पूजा।

Hayagriva Jayanti Puja Timings हयग्रीव जयंती पूजा का समय
पूर्णिमा तिथि प्रारंभ- 30 अगस्त 2023 को रात्रि 11 बजे से
पूर्णिमा तिथि समाप्त - 31 अगस्त 2023 को 07:06 बजे

Worship Lord Ganesha before Lord Hayagriva भगवान हयग्रीव से पहले करें श्री गणेश की पूजा
हयग्रीव भगवान की पूजा करते समय दिशा का ध्यान हमेशा रखना चाहिए। पूर्व और उत्तर दिशा की ओर मुख करके उनकी आराधना करें। शुरुआत में श्री गणेश की धूप, दीप, अक्षत से पूजा करें और बप्पा को मोदक या फिर लड्डू का भोग लगाएं।

Worship method of Hayagriva Vrat हयग्रीव व्रत की पूजा विधि
सबसे पहले भगवान हयग्रीव को जल से स्नान कराएं। अगर किसी के पास भगवान हयग्रीव की तस्वीर नहीं है तो वो श्री हरि की भी पूजा कर सकता है। इसके बाद फूलों की माला पहनाएं और उसके बाद तिलक करें। तिलक लगाते समय इस मंत्र का जाप करें:

Mantra मंत्र: ॐ नमो भगवते आत्मविशोधनाय नमः

Hayagriva Jayanti 2023 Significance हयग्रीव जयंती 2023 महत्व: माना जाता है भगवान हयग्रीव की पूजा करने से व्यक्ति को बल और बुद्धि का आशीर्वाद मिलता है और स्मरण शक्ति भी तेज हो जाती है। इसी के साथ बता दें कि इनकी पूजा करने से व्यक्ति को किसी भी तरह का कोई भी मानसिक रोग नहीं छू सकता और शत्रुओं के भय से मुक्ति मिलती है।

Niyati Bhandari

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