International Ice Snow Festival- बर्फ से बने किले मंदिर और मूर्तियां

Tuesday, Jan 05, 2021 - 12:37 AM (IST)

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Harbin Ice and Snow Festival 2021: 37वां ‘इंटरनैशनल आइस स्नो फैस्टिवल’ 5 जनवरी को चीन के शहर हार्बिन में शुरू होगा। इस बार इसमें स्की, स्लेजिंग, सामूहिक शादी, विंटर स्वीमिंग बर्फ की कलाकृतियों वाले थीम पार्क का जलवा रहेगा जिसमें खास तरह की रोशनी अपना रंग बिखेरेगी।


चीन की अंतर्राष्ट्रीय सीमाएं कोरोना महामारी के कारण इस समय बंद हैं। ऐसे में घरेलू सैलानियों के ही बड़ी संख्या में यहां पहुंचने के आसार हैं। उस वक्त यहां तापमान माइनस 35 डिग्री होगा।


What is the Harbin International Ice and Snow Sculpture Festival: हार्बिन में सुन्न कर देने वाली सर्दी के और नश्तर की तरह काटने वाली बर्फीली हवाओं के बीच 300 से ज्यादा मजदूर हर दिन शोंगुआ नदी से खोद-खोद कर बर्फ निकाल रहे हैं।


करीब एक किलोमीटर चौड़ी नदी की जमी हुए सतह में मौजूद बर्फ की बड़ी-बड़ी चादर को मजदूर क्रेट के आकार के टुकड़ों में काट लेते हैं। इन्हीं से बर्फ की सिल्लियों से तमाम तरह की चीजें बनेंगी।


What is Shenyang international ice and Snow Festival: दिसम्बर की शुरूआत से ही हर दिन दसियों हजार आइस ब्लॉक काट कर ट्रकों के जरिए फैस्टिवल वाली जगह पहुंचाई जाती है। यहां इनसे वास्तविक आकार के किले, विशाल मूर्तियां, मंदिर और यहां तक कि रेस्तरां जैसी चीजें बनाई जाती हैं।


इस काम के लिए नदी से बर्फ निकालना जरूरी है क्योंकि कृत्रिम बर्फ इतनी मोटी नहीं होती। फैस्टिवल वाली जगह पर कलाकार मूर्तियां और इमारतें तैयार करने का काम समय पर खत्म करने के लिए दिन-रात एक कर रहे हैं।


आइस ब्लॉक को एक के ऊपर एक रख कर मजदूर उन्हें अलग-अलग आकृतियों में चेनसा और दूसरे उपकरणों की मदद से अलग-अलग आकृतियों में ढालते हैं।

मजदूरों में शामिल ज्यादातर लोग या तो निर्माण के क्षेत्र में काम करते रहे हैं या फिर किसान हैं। घुटनों तक ऊंचे रबर के बूट, लम्बी जैकेट और मोटे दस्तानों के साथ खास टोपियां इन्हें ठंड और हवाओं से बचाती हैं।
International Ice Snow Festival: ये लोग हर दिन सुबह 6 बजे काम शुरू कर देते हैं जो रात को 8-9 बजे तक चलता रहता है। लंच में इन्हें गर्मागर्म नूडल्स और डम्पलिंग या फिर स्टीम्ड बन दिए जाते हैं। लकड़ी के खंभे वाले पारदर्शी टैंट में खाना भी ठिठुरते हुए होता है।

18 दिनों की कड़ी मेहनत के बाद 10,000 से अधिक कलाकारों ने दिन-रात एक करके बेहद खूबसूरत महलों, मूर्तियों और कई अन्य कलाकृतियों का निर्माण किया है।

Niyati Bhandari

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