Happy Diwali 2019: दिवाली के दौरान आने वाले 5 दिनों का है खास महत्व

Tuesday, Oct 22, 2019 - 11:47 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
हिंदू धर्म में बहुत से त्योहार शामिल हैं, जिन्हें लेकर हिंदू बेहद उत्याहित रहते हैं। उन्हीं में से एक है दीपावली का पर्व, जोकि हर हिंदू घर में बड़ी धूम-धाम के साथ मनाया जाता है। इस दिन माता लक्ष्मी की पूजा के साथ-साथ भगवान गणेश की पूजा भी की जाती है। शास्त्रों के अनुसार दीपावली शब्द की उत्पत्ति दो शब्दों से मिलकर हुई है दीप+आवली। दीप का मतलब दीये और आवली का मतलब श्रृंखला से होता है। बता दें कि दीपावली का त्योहार धनतेरस से शुरू होकर भाई-दूज तक रहता है। इस दौरान आने वाले हर पर्व का अपना एक खास महत्व होता है। लोग अपने घरों में दिवाली की तैयारियां बहुत दिन पहले से शुरू हो जाती हैं। 

दीपावली के पहले दिन यानि धनतेरस के दिन लोग सोने-चांदी या नए बर्तन की खरीदारी करते हैं और लक्ष्मी जी के आगे दीये जलाते हैं। 
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नरक चतुर्दशी के दिन मृत्यु के देवता यमराज के लिए असमय मृत्यु के भय से बचने के लिए सारी रात दीपक जलाएं जाते हैं। कहा जाता है कि इस दिन भगवान कृष्ण ने नरकासुर राक्षस का वध किया था और तब से छोटी दीपावली को नरक चतुर्दशी के नाम से भी जाना जाता है। 

कहते है कि इस दिन भगवान राम चौदह बरस के वनवास को पूरा करके वापिस अयोध्या आए थे जिस कारण से उनके स्वागत में पूरी अयोध्या में दीये जलाए गए थे तब से दिवाली का त्योहार मनाया जाता है। 

दीपावली के बाद गोवर्धन पूजा का दिन आता है और इस दिन अलग-अलग प्रकार के व्यंजनों से गोवर्धन की पूजा की जाती है। 

अंत में भैया दूज का पर्व आता है, जिसमें बहनें अपने भाईयों का टीका करती है और एक दूसरे के जीवन के लिए मंगल कामना करती हैं। इस प्रकार दीपावली के पांचो त्योहारों का अपना महत्त्व है तो आइए जानते है कि इन दिनों पूजा के लिए क्या-क्या सामग्री चाहिए होती है।

Lata

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