लगातार 8 दिन करें मारुती के इस विजयश्री मंत्र का जाप, हर क्षेत्र में मिलेगी जीत

Tuesday, Jun 18, 2019 - 12:38 PM (IST)

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हिंदू धर्म में भोलेनाथ के बाद अपने भक्तों पर शीघ्र प्रसन्न होने वाले अगर कोई देवता हैं तो वो हैं पवनपुत्र हनुमान जी। जी हां, शास्त्रों में कहा गया है कि केवल बजरंगबली अपने सच्चे भक्तों पर बहुत जल्दी खुश होकर उनके सभी संकटों का नाश कर देते हैं। ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि इस दिन व्रत आदि करने से सुख-संपत्ति और संतान की प्राप्ति होती है। इसी के चलते हरक कोई इस दिन हनुमान जी की पूजा अर्चना करता है ताकि अपने सभी संकटों से मुक्ति पाई जा सके। तो आइए आज हम आपको हनुमान जी के एक ऐसे मंत्र के बार में बताते हैं जिसका जाप करने से आपको सभी सुख भी प्राप्त होंगे साथ ही आपके शत्रु आप पर कोई वार नहीं कर पाएंगे। साथ ही जानेंगे कि इसका जाप करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए। बता दें ज्योतिष शास्त्र में श्रीराम के परम भक्त व दूत पवनसुत हनुमान के इस मंत्र को विजयश्री मंत्र कहा जाता है।

मंत्र-
पूर्व कपि मुखाय पंचमुख हनुमते टं टं टं टं सकल शत्रु संहारणाय स्वाहा ।।

ज्योतिषियों के मुताबिक इस मंत्र का उच्चारण हमेशा पंचमुखी हनुमानजी के मंदिर या उनके चित्र के समक्ष करना चाहिए। इसके साथ ही ध्यान रहे कि इस दौरान गुग्गुल (गुगल) की धूप ज़रूर कर लें।

विजयश्री मंत्र का जाप करते समय बरतें ये सावधानियां
अगर कोई गंभीर संकट परेशान कर रहा हो या कोई दुश्मन बहुत समय से आपको पीड़ा दे रहा हो तो लगातार 8 दिन तक इस मंत्र का 27 हज़ार जप करें, आठवें दिन रात्रि में सरसों का हवन करें। ध्यान रहे इसी मंत्र को बोलते हुए 'स्वाहा' के साथ सरसों की सभी आहुतियां दें। बता दें हवन में कुल 270 आहुतियां देना आवश्यक है।

Jyoti

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