Hanuman Puja Tuesday: मंगलवार को इस पेड़ की पूजा से मंगल दोष होता है शांत
punjabkesari.in Tuesday, Dec 23, 2025 - 01:08 PM (IST)
Hanuman Puja Tuesday: सनातन धर्म में प्रकृति को देवतुल्य माना गया है और वृक्षों की पूजा का विशेष महत्व बताया गया है। इन्हीं पवित्र वृक्षों में नीम का पेड़ भी शामिल है, जिसे धार्मिक और आयुर्वेदिक दोनों दृष्टि से अत्यंत लाभकारी माना जाता है। खासतौर पर मंगलवार के दिन नीम के पेड़ की पूजा का विशेष महत्व है, क्योंकि यह दिन भगवान हनुमान और मंगल ग्रह को समर्पित होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन नीम की आराधना करने से संकटों से मुक्ति और रोगों से रक्षा होती है।
Importance of the neem tree in Sanatan Dharma सनातन धर्म में नीम के पेड़ का महत्व
नीम को शास्त्रों में शुद्धता, स्वास्थ्य और रक्षा का प्रतीक माना गया है। इसमें मौजूद औषधीय गुण जहां शरीर को रोगमुक्त रखते हैं, वहीं धार्मिक दृष्टि से यह नकारात्मक शक्तियों को दूर करने वाला वृक्ष माना जाता है। पुराणों में वर्णन मिलता है कि नीम के पेड़ के आसपास नकारात्मक ऊर्जा टिक नहीं पाती।
What is the connection between Lord Hanuman and the neem tree भगवान हनुमान और नीम के पेड़ का क्या है संबंध
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, नीम के पेड़ में भगवान हनुमान और मंगलदेव का वास माना जाता है। हनुमान जी को शक्ति, साहस और रोग नाशक देवता कहा गया है, वहीं मंगल ग्रह ऊर्जा और पराक्रम का प्रतीक है। इसी कारण मंगलवार को नीम की पूजा करने से
मंगल दोष का प्रभाव कम होता है। भय, रोग और शत्रु बाधा से रक्षा मिलती है। मानसिक और शारीरिक बल में वृद्धि होती है।
मंगलवार के दिन हनुमान जी को नीम के पत्ते अर्पित करना अत्यंत शुभ माना गया है। ऐसा करने से श्री हनुमान शीघ्र प्रसन्न होते हैं।
Benefits of worshipping the neem tree on Tuesday मंगलवार को नीम के पेड़ की पूजा का फल
धार्मिक विश्वास है कि मंगलवार के दिन यदि नीम के पेड़ के साथ हनुमान जी की पूजा की जाए, तो पूजा का फल दोगुना प्राप्त होता है। इस दिन नीम के नीचे दीपक जलाकर हनुमान चालीसा या बजरंग बाण का पाठ करना विशेष फलदायी माना जाता है।
Effective remedies associated with the neem tree नीम के पेड़ से जुड़े प्रभावी उपाय
नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति के लिए
मंगलवार के दिन नीम की 7 पत्तियां तोड़कर धो लें और उन्हें लाल कपड़े में बांधकर घर के मुख्य द्वार पर बांध दें। मान्यता है कि इससे नकारात्मक शक्तियां घर में प्रवेश नहीं करतीं।
पितृ दोष शांति के लिए
यदि कुंडली में पितृ दोष हो तो घर या बगीचे में दक्षिण या उत्तर-पश्चिम दिशा में नीम का पौधा लगाना शुभ माना गया है। इससे पितृ दोष के प्रभाव में कमी आती है।
मंगलवार को नीम के पेड़ की पूजा केवल धार्मिक आस्था ही नहीं, बल्कि मानसिक, शारीरिक और आध्यात्मिक संतुलन का भी माध्यम है। भगवान हनुमान की कृपा प्राप्त करने और जीवन की बाधाओं से मुक्ति के लिए यह एक सरल और प्रभावशाली उपाय माना जाता है।




