Tuesday special: मंगलवार को हनुमान मंदिर जाने वाले भक्त रखें कुछ बातों का ध्यान

Tuesday, Nov 23, 2021 - 09:20 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ

Tuesday special: राम भक्त हनुमान की खास पूजा मंगलवार के दिन की जाती है। हनुमान जी को कलयुग का जीवंत देवता माना गया है। धर्म ग्रंथों के अनुसार हनुमान जी एकमात्र ऐसे देवता हैं जो सशरीर इस पृथ्वी पर विचरण करते हैं और अपने भक्तों की हर मनोकामना पूरी करते हैं। हनुमान जी को संकट मोचन कहा गया है। हनुमान जी का नाम स्मरण करने मात्र से ही भक्तो के सारे संकट दूर हो जाते हैं।

Guidelines for Hanuman Devotees मंगलवार के दिन हनुमान मंदिर जाते हैं तो रखें कुछ बातों का ध्यान
मंगलवार को मंदिर जाएं तो हनुमान जी के लिए भेंट स्वरूप देसी घी का रोट, केले, गुड़, लाल रंग के फूल, जनेऊ, सुपारी आदि लेकर जाएं। ऐसा करने वाले भक्त को सभी सुख मिलते हैं और धन की प्राप्ति होती है। किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होती और उनकी किस्मत का सितारा चमक जाता है।

हनुमान जी की कृपा पाने और सभी परेशानियों से छुटकारा पाने का अचूक उपाय है, मंगलवार के दिन हनुमान मंदिर में बैठकर हनुमान चालीसा और बजरंग बाण का पाठ। 

शांति चाहिए तो हनुमान मंदिर में आसन बिछाकर सुंदरकांड पढ़िए। सुंदरकांड श्रीरामचरितमानस का चौथा अध्याय है। यह श्रीरामचरितमानस का सबसे अधिक पढ़ा जाने वाला भाग है क्योंकि इसमें हनुमान जी के बल, बुद्धि, पराक्रम व शौर्य का वर्णन किया गया है। सुंदरकांड के पढऩे व सुनने से मन में एक अद्भुत ऊर्जा का संचार होता है। सुंदरकांड के हर दोहा, चौपाई व शब्द में गहन अध्यात्म छुपा है, जिससे मनुष्य जीवन की हर समस्या का सामना कर सकता है। सुंदरकांड के पाठ से बहुत ही जल्द हनुमान जी प्रसन्न हो जाएंगे और आपको मालामाल कर देंगे।

जिस प्रकार विवाहित स्त्रियां अपने पति या स्वामी की लंबी उम्र के लिए मांग में सिंदूर लगाती हैं, ठीक उसी प्रकार हनुमान जी भी अपने स्वामी श्री राम के लिए पूरे शरीर पर सिंदूर लगाते हैं। इसलिए मंगलवार को हनुमान जी के मंदिर में जाकर उन्हें सिंदूर व चमेली का तेल अर्पित करें और अपनी मनोकामना कहें। जो भी व्यक्ति हनुमान जी को सिंदूर अर्पित करता है उससे हनुमान जी प्रसन्न होते हैं और भक्त की सभी इच्छाएं पूरी करते हैं।

अपनी श्रद्धा के अनुसार हनुमान मंदिर में बजरंग बली की प्रतिमा पर चोला चढ़वाएं। ऐसा करने पर हनुमान जी अति प्रसन्न होते हैं और साधक की हर मनोकामना पूरी करते हैं।

लाल अथवा केसरी रंग के कपड़े पहनकर मंदिर जाएं।

शाम 5 बजे के बाद मंदिर जाएं।

हनुमान मंदिर से वापिस आने से पहले हनुमान जी के चरणों का सिंदूर मस्तक पर लगाएं। 

हनुमान मंदिर के बाहर बैठे जरूरतमंदो को सामर्थ्य के अनुसार कुछ दान-दक्षिणा जरूर दें। 

 

 

Niyati Bhandari

Advertising