Hanuman Jayanti 2020: बड़े से बड़ा संकट इस पाठ के आगे टेक देता है घुटने

Wednesday, Apr 08, 2020 - 05:07 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
हनुमान जयंती के शुभ अवसर पर हम आपको अपनी वेबसाईट्स के माध्यम से इससे जुड़ी लगभग तमाम जानकारी दे चुके हैं। परंतु अब जो जानकारी हम देने वाले हैं वो सबसे खास है। जिसके बारे में आप में से बहुत से लोग जानते होंगे मगर इससे जुड़ी एक ऐसा खास बात है, जो शायद नहीं पता होगी। जी हां, हम बात कर रहे हैं सुंदरकांड के पाठ की। अब ऐसे बहुक से लोग होंगे जो ये सोचने लगे होंगे कि उन्हें इस बारे में सब पता है। मगर ऐसा नहीं है। दरअसल इससे जुड़ी सबसे अहम बात से आज भी बहुत से लोग अंजान है और वो बात है ये कि इसे करने का सही समय क्या है। शास्त्रों में इसे करने का एक निर्धारित समय बताया गया है। मगर जैसे कि हमने आपको ऊपर भी बताया, बहुत से लोगों को इस बारे में नहीं पता।

दरअसल हिंदू धर्म के शास्त्रों के अनुसार सुंदरकांड का पाठ हमेशा शाम के समय किया जाता है। कुछ लोग इसे दिन में प्रातः करते हैं, जो गलत है। ज्योतिष विद्वानों का भी मानना है कि इसका पाठ हमेशा सायं समय करना चाहिए। जी हां, आप सही सोच रहे हैं अभी आपके पास समय हैं, हनुमान जयंती के इस खास अवसर पर आप बजंरगबली को खुश करना चाहते हैं तो इसका पाठ ज़रूर करें। मगर इससे ढ़ने से पहले आगे दी गई जानकारी पर एक नज़र ज़रूर डालिए क्योंकि ये जानकारी आपके लिए लाभकारी हो सकती है।

सुंदरकांड के पाठ से जुड़ी खास जानकारी-
आज हनुमान जयंती के दिन सुंदरकांड स्तुति का पाठ अपने घर में ही करें। ऐसा कहा जाता है इससे जीवन की तमाम समस्याएं दूर हो जाती हैं।

राम चरित मानस के रचयिता गोस्वामी तुलसीदास जी के अनुसार हर तरह की समस्या से निजात पाने के लिए सुंदरकांड के पाठ से बेहतर कोई उपाय नहीं है।

शास्त्रों के अनुसार जीवन मं आने वाला हर बड़े से बड़ा संकट हनुमान जयंती पर सुंदरकांड का पाठ करने से टाला जा सकता है। कहा जाता है इस शक्तिशाली पाठ के आगे हर संकट अपने घुटने टेक देता है।  

इसके अलावा कोई भी शुभ कार्य करने से पहले इसका पाठ करना अत्यंक लाभदायक माना जाता है।  

ज्योतिष विद्वानों का कहना है जिस व्यक्ति में आत्मविश्वास की कमी होती है उसे न केवल इस दिन बल्कि निरंतर सुंदरकांड का पाठ करना चाहिए।

तो वहीं कुंडली में कोई भारी दोष हो, खासतौर पर अगर वो दोष मंगल ग्रह से जुड़ा हुआ हो तो  जिसकी वजह से जीवन में अशांति फैल गई हो, पारिवारिक खुशहाली ध्वस्त हो गई हो तो भो सुंदरकांड का पाऑ शुभ फलों का प्राप्ति दिलवाता है।

Jyoti

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