Hanuman Jayanti 2020: वास्तु दोष के चलते हो रहे हैं किसी बड़ी बीमारी से ग्रस्त तो करें ये काम

Monday, Apr 06, 2020 - 01:12 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
कोरोना जैसी महामारी ने इस समय न केवल भारत देश को बल्कि पूरी दुनिया को घेर रखा है। धीरे धीरे इससे संक्रमित लोगों के संख्या बढ़ती जा रही है। तो वहीं इससे होनो वाली मौतें भी बढ़ती जा रही है। जिस कारण सरकार द्वारा लोगों को अपने आप को इससे बचाने के लिए घरों में रहने की हिदायत दी जा रही है। इसी कारण देश में 25 मार्च से संपूर्ण देश में लॉकडाउन कर दिया गया। ताकि लोग कम से कम एक दूसरे में संपर्क आए और कोरोना जैसी महामारी से बच सकें। तो वहीं इस दौरान अध्यात्म की ओर ध्यान देना भी बहुत ज़रूरी है। धार्मिक विशेषज्ञों का मामनें तो इस दौरान जितना हो सके भगवान को ध्याना चाहिए। बता दें इसके लिए एक बहुत अच्छा दिन आ रहा है, जो है 08 अप्रैल। हिंदू पंचांग के अनुसार चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को हनुमान जयंती का पर्व मनाया जाएगा। धार्मिक शास्त्रों के अनुसार इस दिन पवनपुत्र हनुमान जी का जन्म हुआ था। इसीलिए इस दिन को बहुत धूम-धाम से मनाया जाता है। मगर जैसे कि आप जानते हैं कि देशभर में लॉकडाउन के चलते इस बार इसे उस तरह से तो मनाया नहीं जाएगा किंतु आप घर बैठे इनकी विधि वत पूजा कर सकते हैं। जिससे न केवल आप पर इनकी कृपा बरसेगी बल्कि साथ ही साथ आपके जीवन में वास्तु दोष के कारण आ रही परेशानियां खासतौर पर बीमारियां हमेशा हमेशा के लिए दूर हों जाएंगी तो चलिए देर न करते हुए जानते हैं संकटमोचन हनुमान जी के कुछ ऐसे मंत्रों के बारे में जो हर तरह की प्रॉब्लम से आपको छुटकारा दिलाएंगे।

हनुमान जी का ये पाठ हर विपदा दूर भगाए-
महान ज्योतिष विद्वानों के अनुसार प्रत्येक मंगलवार को या फिर किसी भी दिन श्री हनुमाष्टकम, बजरंग बाण, हनुमान बाहुक, सुन्दरकाण्ड, श्री रामचरितमानस, आदि का पाठ करना चाहिए। इसके अलावा जो भी जातक अपने मुख से श्रद्धापूर्वक श्री राम का नाम लेता है उसका मुख पावन हो जाता है। ब्रह्मज्ञान से ह्रदय पवित्र होता है, तीर्थ गमन से चरण पवित्र होते हैं तथा दान पुण्य से हाथ पवित्र होते हैं। शास्त्रों में कहा भी जाता है कि मन के अनुकूल तो हरि कृपा, मन के विपरीत तो हरि इच्छा।

हनुमान जी के ये मंत्र दिलाते हैं वास्तु दोष से पैदा कष्टों से मुक्ति-
ॐ तेजसे नम:!
ॐ प्रसन्नात्मने नम:!
 ॐ शूराय नम:!
ॐ शान्ताय नम:!
ॐ मारुतात्मजाय नमः!
ॐ हं हनुमते नम:!

जिस जातक को अपने जीवन में अधिक यश और कीर्ति की कामना होती है उन्हें करना चाहिए निम्न मंत्र का जाप-
"ॐ नमो हनुमते रुद्रावताराय विश्वरूपाय अमितविक्रमाय
प्रकट-पराक्रमाय महाबलाय सूर्यकोटिसमप्रभाय रामदूताय स्वाहा!"

बुखार आदि जैसी बीमारी लंबे समय से परेशान कर रही हैं तो ये मंत्र है लाभदायी-
ॐ नमो हनुमते रुद्रावताराय भूतज्वरप्रेतज्वरचातुर्थिकज्वर
विष्णुज्वरमहेशज्वरं निवारय निवारय स्वाहा।

इसके अलावा इन निम्न मंत्रों का हर तरह के रोग से मुक्ति के लिए उच्चारण कर सकते हैं-
ॐ नमो हनुमते रुद्रावताराय आध्यात्मिकाधिदैवीकाधिभौतिक तापत्रय निवारणाय रामदूताय स्वाहा!
ॐ नमो हनुमते रुद्रावताराय पच्चवदनाय पश्चिममुखे गरुडाय सकलविघ्ननिवारणाय रामदूताय स्वाहा
ॐ नमो हनुमते रूद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा!

कोरोना जैसी महामारी से तथा मंगल, ग्रह-दोष आदि के नाश हेतु इसका जप करें-
ॐ ऐं श्रीं ह्रां ह्रीं ह्रं ह्रौं ह्रः ॐ नमो भगवते महाबलाय-पराक्रमाय भूत प्रेत पिशाची ब्रह्मराक्षस शाकिनी-डाकिनी-यक्षिणी पूतनामा-रीमहामारी राक्षस भैरव वेताल ग्रहराक्षसादिकान् क्षणेन हन हन भंजन भंजन मारय मारय शिक्षय शिक्षय महामाहेश्व ररुद्रावतार ॐ ह्रं फट् स्वाहा। ॐ नमो भगवते हनुमदाख्याय रुद्राय सर्वदुष्टजन मुखस्तम्भनं कुरु कुरु स्वाहा। ॐ ह्रां ह्रीं ह्रं ठं ठं ठं फट् स्वाहा!
 

Jyoti

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