Hanuman Jayanti 2020: यहां राम भक्त को कहते हैं दादा, घर बैठे करें इस मंदिर के दर्शन

Wednesday, Apr 08, 2020 - 02:26 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
प्रत्येक वर्ष हनुमान जयंती के अवसर पर देश दुनिया के तमाम हनुमान मंदिरों में लोगों की भीड़ देखने को मिलती है। इतना ही नहीं जिस तरह श्री राम नवमी के अवसर पर देश में धूम-धाम होती है। ठीक उसी तरह उनके परम भक्त हनुमान जी के जन्म दिवस पर होती है। मगर ऐसा शायद पहली बार हो रहा है कि कोरोना वायरस से चल रही जंग में जीतने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन किया हुआ है जिस कारण इस बार धूम धाम से मना पाना तो दूर मंदिरो में जा पाना भी संभव नहीं है। जिसके चलते बहुत से लोग निराश हो चुके हैं। मगर आपको बता दें इसमें निराश होने की कोई आवश्यकता नहीं है। जी हां, क्योंकि हमें आपका पूरा ख्याल है। इसलिए हम आपको घर बैठे दर्शन करवाएंगे हनुमान जी के एक बहुत ही प्रचलित मंदिर के बारे में। तो चलिए देर न करते हुए जानते हैं इस मंदिर के बारे में- 

धार्मिक शास्त्रों में उल्लेखित है हनुमान जी कोई सामान्य देव नहीं बल्कि देवों के देव महादेव के रूद्र अवतार हैं। यहीं कारण है कि जिस तरह भगवान शंकर अजर अमर हैं, उसी तरह बजरंगबली को भी अमरता का वरदान प्राप्त है। शास्त्रओं के अनुसार इन्हें श्री राम ने अमरता का वरदान प्राप्त देते हुए कहा था कि तुम धरती के लोगों की समस्याओं के निवारण के लिए हमेशा पृथ्वी पर निवास करेंगे। 

हिंदू धर्म के अन्य देवी-देवताओं की तरह देश के लगङग हर कोने में इनके प्राचीन मंदिर स्थित है। उन्हीं में से एक है मध्यप्रदेश की भूमि पर। कहा जाता है कि ये मंदिर देशभर में अपने चमत्कारों के लिए प्रसिद्ध है। आइए जानते हैं इस मंदिर के बारे में-

भोपाल से 40 किमी दूर रायसेन जिले के ग्राम छिंद में हनुमान दादा जी लोगों की आस्था का प्रमुख केंद्र है। मध्यप्रदेश में बजरंगबली का यह ऐसा मंदिर जहां भक्तों की हर मनोकामना पूरी होती है। यहां सालभर भक्तों का तांता लगा रहता है और खासकर हर मंगलवार को यहां बड़ी संख्या में भक्त माथा टेकने आते हैं। मंदिर में हर मंगलार भंडारे का आयोजित किया जाता है। भंडारे के बाद यहां भजन संध्या होती है। लोग मनोकामनाएं पूरी होने पर पैदल ही यहां दादा यानि संकटमोचन हनुमान के दर्शनों लिए पहुंचते हैं। यहां चादर चढ़ाना, झंड़े चढ़ाना और चोला चढ़ाने का रिवाज़ बहुत पुराना है।

पांच मंगलवार हाजरी लगाने से पूरी होती है मनोकामना
हनुमान दादा जी के इस दरबार में अमीर, गरीब, नेता हो या अभिनेता, सभी शीश नमाने आते हैं। यहां मंदिर परिसर में विशाल पीपल के पेड़ के नीचे दक्षिणमुखी दादाजी की प्रतिमा है। हर मंगलवार और शनिवार को दूर-दूर से श्रद्धालु छींद पहुंचते हैं। कहा जाता है कि पांच मंगलवार बिना नागा किए दादा के दरबार में हाजरी लगाने वाले की हर मनोकामना पूर्ण होती है। बिगड़ी को बनाने वाले दादा का यह दरबार लगभग दो सौ साल पुराना बताया जाता है। मान्यता है कि काफी समय पहले श्री हनुमान जी के किसी अननय भक्त ने यहां साधना की थी। साधना से प्रसन्न दादाजी सदैव इस प्रतिमा में साक्षात निवास करते हैं। यहां आने वाले भक्तजनों का अनुभव है कि दादाजी अतिशीघ्र उनके कष्टों का निवारण करते हैं।

Jyoti

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