Hanuman Jayanti 2022: वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में शामिल हुआ हनुमान जी का ये मंदिर, जानें कारण?

Saturday, Apr 16, 2022 - 01:29 PM (IST)

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बताया जाता है पहले भी वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड में हिंदू धर्म से जुड़े कई धार्मिक स्थल शामिल है। अब इसमें एक और मंदिर का नाम शामिल हो गया है। जी हां, खरगोन जिले के बडवाह से 31 किलोमीटर दूर काटकूट के पास ऐतिहासिक एवं प्रसिद्ध चमत्कारी ओखलेश्वर धाम मंदिर स्थित है। जिसका नाम वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड में कुछ दिनों पूर्व दर्ज हुआ है। दरअसल इसका कारण है इस मंदिर में स्थाुपित हनुमान जी की प्रतिमा, जिसकी खासियत ये है कि यहां संकटमोचन हनुमान जी के हाथ में शिवलिंग सुशोभित है। जी हां, कहा जा रहा है ये देश का एकमात्र ऐसा मंदिर है जहां हनुमान जी के हाथ में शिवलिंग है।  

मंदिर के बारे में प्रचलित किंवदंतियां के अनुसार ओखलेश्वर महादेव में स्थित हनुमान मंदिर में सन 1976 से अखंड रामायण पाठ निरंतर जारी है, जिसके चलते ओखलेश्वर धाम मंदिर का नाम वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड में शामिल हुआ है। ओखलेश्वर धाम में 46 वर्षो से रामायण पाठ जारी है। इस मंदिर में देश ही नही विदेश से भी श्रदालु पहुचते है। मंदिर का नाम वल्ड बुक ऑफ रिकार्ड में दर्ज होने से देश ही नही विदेश से भी बधाई मिली।

मंदिर से जुड़ी मान्यताएं की बात करें तो इनका संबंध द्वापरयुग से है। कहा जाता है कि श्रीराम और रावण के युद्ध से पहले रामेश्वर में शिवलिंग की स्थापना के लिए हनुमान जी  कैलाशष पर्वत से शिवलिंग लेकर लौट रहे थे तब रास्ते में महर्षि वाल्मीकि का आश्रम में कुछ समय के लिए वे यहां रुके थे। हालांकि कहा जाता है जब तक बजरंगबली शिवलिंग लेकर रामेश्वर पहुंचे तब तक वहां महादेव की प्राण प्रतिष्ठा हो चुकी थी। ऐसा माना जाता है कि वह शिवलिंग आज भी तमिलनाडू के धनुषकोटि में स्थापित है। जिसका जिक्र नर्मदा पुराण में देखा जा सकता हैं। 

मंदिर के पुजारी बताते हैं ओंकारप्रसाद पुरोहित द्वारा अक्षय तृतिया के मौके पर दो मई 1976 से यहां रामायण पाठ शुरु किया था। जिसके बाद मंदिर के भक्त जुड़ते चले गए, आस्था बढ़ती गई और आज 46 साल पुरे होने को आए लेकिन किसी भी परिस्थिति में यहां पाठ कभी बंद नहीं हुआ। यहां तक की कोरोना काल में रामायण काल में भी दिन रात सतत रामायण पाठ चलता रहा जो आज भी रामायण पाठ जारी है। इसी चमत्कारिक कार्य की जानकारी जब वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड वालों को लगी तो उन्होंने तकरीबन 8 माह पहले मंदिर का निरीक्षण कर यहां के संबंध में जानकारी जुटाई। और दो माह पूर्व मंदिर में आकर बड़ोदरा गुजरात की सांसद रमन बेन भट्ट एवं वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड संस्था के संतोष शुक्ला द्वारा अवार्ड दिया गया था।

बता दें 16 अप्रैल दिन शनिवार को हनुमान जयंती के अवसर पर ब्रह्ममुहूर्त में हनुमान जी का सहस्त्र धाराओं से मंत्रोउचार के साथ रूद्राभिषेक किया जाएगा। पश्चात पूजन कर चोला श्रंगार किया गया जाएगा। इस दौरान सैकड़ों भक्तो द्वारा संगीतमय सुन्दरकाण्ड का पाठ व हनुमान चालीसा की जाती है। आखिर में हनुमानजी की महाआरती करके  व विशाल भंडारा प्रसादी का आयोजन किया जाता है। 


 

Jyoti

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