नहीं करने चाहिए गुरु पुष्य नक्षत्र में ये काम

Thursday, Jun 06, 2019 - 03:53 PM (IST)

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ज्योतिष शास्त्र में नक्षत्रों की कुल संख्या 27 बताई गई है। उन्हीं में से एक पुष्य नक्षत्र के बारे में आज हम बात करेंगे, जोकि सभी नक्षत्रों में से श्रेष्ठ माना जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार देवगुरु बृहस्पति के संयोग से बनने वाले गुरु पुष्य योग का आरंभ आज रात्रि 08:29 पर होगा। पुष्य नक्षत्र का संयोग जिस भी वार के साथ होता है उसे उस वार से ही पुकारा जाता है, जैसे कि आज गुरुवार है तो इसे गुरु पुष्य नक्षत्र कहा जाता है। गुरु-पुष्य और रवि-पुष्य योग सबसे शुभ माने जाते हैं। हम आपको बताएंगे कि इस दौरान कौन से काम करने चाहिए और कौन से नहीं। 

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गुरु पुष्य नक्षत्र में विवाह को छोड़कर अन्य कोई भी कार्य किया जा सकता है। माता पार्वती के श्राप के कारण पुष्य नक्षत्र में विवाह करना अशुभ माना गया है, इसलिए विवाह आदि के कामों पर रोक लग जाती है। 

इसके अलावा अगर आप कोई काम करना चाहे तो रात्रि 08:29 के बाद कर सकते हैं, किंतु शादी-विवाह, गृह प्रवेश जैसे मांगलिक कार्य नहीं किए जा सकते हैं। हालांकि अनुष्ठान, तंत्र प्रयोग या फिर अध्ययन से संबंधित कोई भी कार्य आज मध्य रात्रि में कर सकते हैं। 

आप गुरु पुष्य नक्षत्र मंत्र दीक्षा, उच्च शिक्षा ग्रहण, भूमि, क्रय-विक्रय आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त करना, यज्ञ अनुष्ठान और वेद पाठ आरंभ करना, गुरु धारण करना, पुस्तक दान करना और विद्या दान करना और विदेश यात्रा आरंभ करने के लिए सबसे श्रेष्ठ होता है। 

Lata

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