आज है गुरु प्रदोष: आपका भाग्य बदल देंगे ये उपाय

Thursday, May 16, 2019 - 10:16 AM (IST)

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आज 16 मई वैशाख शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि है। प्रत्येक महीेने की त्रयोदशी तिथि को भगवान शिव के निमित्त प्रदोष व्रत किए जाने का विधान है। गुरुवार होने से इस दिन का महत्व और भी बढ़ जाता है। इस शुभ योग को गुरु प्रदोष कहा जाता है। वैसे तो यह व्रत निर्जल-निराहार किया जाता है। संभव न हो तो फलों का सेवन किया जाता है। जिस पर भोलेनाथ की कृपा हो जाती है उसे सभी कष्टों से मुक्ति मिल जाती है। इसके साथ ही रोग और कुंडली के दोष भी दूर होते हैं। आइए जानें भोलेनाथ को प्रसन्न करने के कुछ सरल उपाय-

कुंडली में शनि दोष होने पर शिवलिंग पर काले तिल मिलाकर जल अर्पित करने से राहत मिलती है।

कुंडली के मंगल दोष को शांत करने के लिए पके हुए चावलों से शिवलिंग का श्रृंगार कर भोलेनाथ की पूजा करें।

इलाज के बाद भी आराम न मिले तो पानी में दूध और काले तिल मिलाकर शिवलिंग पर अर्पित करने से सभी रोगों से मुक्ति मिलती है।

सभी तरह के दोषों से मुक्ति के लिए भगवान शिव पर जलाभिषेक करने के बाद दोनों हथेलियों से शिवलिंग को रगड़ें।

बिल्वपत्रों पर चंदन से ऊं नम: शिवाय: लिखकर इन पत्तों की माला बनाकर शिवलिंग पर चढ़ाएं। माला बनाते समय इस बात का ध्यान रखें कि पत्ते कटे-फटे नहीं होने चाहिए। ऐसा करने से भाग्य बदल जाता है और जीवन में चमत्कारी प्रभाव देखने को मिलते हैं।

प्रेम संबंधों अथवा दांपत्य जीवन में समस्याएं आ रही हैं तो शिव मंदिर जाकर शिवलिंग पर शहद चढ़ाएं।


 

Niyati Bhandari

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