Guru Margi 2025: 120 दिन के लिए गुरु मार्गी, मकर राशि को मिलेगी बड़ी राहत
punjabkesari.in Wednesday, Feb 12, 2025 - 09:51 AM (IST)
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Guru Margi 2025: देव गुरु बृहस्पति वक्री अवस्था में चल रहे और 9 अक्टूबर से वक्री हैं 4 फरवरी को बृहस्पति मार्गी हो गए हैं। बृहस्पति कुंडली में ऐसे ग्रह हैं जो आपको तमाम तरह के संतुष्टि वाले फल देते हैं। धन तो वीनस भी देते हैं लेकिन संतुष्टि आपको बृहस्पति से ही आती है। बृहस्पति इतने इंपॉर्टेंट है आपके लिए आपकी कुंडली में 12 भाव होते हैं। 12 में से चार भावों के कारक बृहस्पति होते हैं। दूसरा भाव धन का भाव होता है उसके कारक बृहस्पति हैं। पांचवा भाव सुत भाव संतान का भाव होता है ,उसके कारक बृहस्पति हैं। नौवा भाव भाग्य स्थान होता है उसके कारक बृहस्पति है। 11वां भाव आपके आय का भाव होता है उसके कारक बृहस्पति है। इन चार भावों के बृहस्पति कारक होते हैं तो मोटे तौर पर आपके भाग्य आपकी आय और धन आपकी संतान यह चारों बृहस्पति के जरिए ही आती है। इसके अलावा बृहस्पति जहां पर बैठते हैं वहां का असर करते हैं। जहां पर बृहस्पति की तीन दृष्टियां जाती हैं, वहां का असर करते हैं। सबसे बड़ी बात जब बृहस्पति आपके चंद्रमा के ऊपर से आते हैं तो आपको संतुष्टि देते हैं। यदि चार्ट में आपके चंद्रमा के केंद्र में भी आ जाए तो बृहस्पति आपको संसार सुखों संतुष्ट देते हैं। तो यह संतुष्टि का जो भाव है आय के साथ-साथ फैमिली के साथ-साथ संतान के साथ-साथ संतुष्टि का भाव है। यह बृहस्पति से ही आता है और जब बृहस्पति गोचर में कहीं पीड़ित हो जाते हैं वक्र हो जाते हैं। यह गोचर पांच राशियों के लिए अच्छा है लेकिन चूंकि बृहस्पति वक्री हो गए तो फल नहीं कर पाए इसलिए तीन राशियां ऐसी है जिनके ऊपर इस समय बृहस्पति की महादशा चल रही है। उनके लिए भी चूंकि दशा नाथ वक्री हो गया तो वह अच्छा नहीं है। इसलिए और कुछ राशिया ऐसी है जिनके लिए बृहस्पति इस समय 6, 8 12 में चल रहे हैं। उनके लिए भी चीजें बहुत अच्छी नहीं चल रही थी।
मकर राशि के जातकों के लिए गुरु का गोचर पंचम भाव में हो रहा है। पंचम भाव संतान का भाव होता है, पंचम भाव कुंडली का दूसरा सबसे शुभ भाव होता है। पंचम में जब गुरु गोचर करते हैं तो पंचम से संबंधित फलों के अलावा आपके नाइंथ से संबंधित फल करते हैं। गुरु मकर राशि के जातकों के लिए 12वें और तीसरे दोनों भावों के स्वामी बनते हैं। उस लिहाज से भी गुरु अच्छे हो जाएंगे। यहां पर सबसे पहले तो संतान पक्ष से आपको अच्छी खबर सुनने को मिल सकती है। यदि संतान नहीं है तो संतान हो सकती है हालांकि यह 120 दिन का ही पीरियड है और इन 120 दिन के पीरियड के दौरान आपको कंसेप्ट होती हुई नजर आ सकती है। इस दिशा में अच्छे फल देखने को मिल सकते हैं। गुरु जब यहां पर बैठे हैं पंचम में तो सीधी दृष्टि जा रही है आपके 11थ हाउस के ऊपर। यह आय का भाव होता है, गुरु पंचम और 11थ दोनों के कारक हैं। पंचम से भी पैसा देखा जाता है। 11थ भाव के ऊपर गुरु की दृष्टि गुरु का मार्गी होना आपके लिए निश्चित तौर पर बहुत अच्छे फल करेगा। मनी का फ्लो आपको बढ़ता हुआ नजर आएगा, चीजें थोड़ी सी सही ट्रैक पर जाती हुई नजर आएंगी। यदि आपकी प्रमोशन पेंडिंग है तो वहां पर प्रमोशन को लेकर चीजें थोड़ी सी ठीक दिशा में जाती हुई नजर आएंगी। गुरु की दृष्टि आपके लिए निश्चित तौर पर 11वें भाव के अच्छे फल मिलेगी। इच्छाओं की पूर्ति होती हुई नजर आएगी, यदि आपकी अध्यात्म में रुचि है तो निश्चित तौर पर आप इस दौर में थोड़ा सा ज्यादा अध्यात्म में जाने जाएंगे। गुरु चार भावों के कारक होते हैं। दूसरे भाव को छोड़कर गुरु ने यह पंचम भाव में रहकर आपका पंचम भी एक्टिव कर दिया है। गुरु का मार्गी होना आपके लिए निश्चित तौर पर अच्छा है. भाई के साथ बेटर तालमेल रहेगा, पराक्रम आपका बढ़ता हुआ नजर आएगा क्योंकि तीसरे भाव के स्वामी खुद गुरु है। विदेश यात्रा आपकी डेफिनेटली अच्छी रहेगी क्योंकि आपके लिए 12थ हाउस जो विदेश का भाव होता है। यदि आपका काम एक्सपोर्ट-इंपोर्ट से जुड़ा हुआ है, तो वहां पर भी चीजें थोड़ी सी बेटर होती हुई नजर आएंगी। विदेश से जुड़ा हुआ काम कर रहे हैं वहां पर चीजें थोड़ी सी बेटर होती हुई नजर आएंगी। अब गुरु के मार्गी होने के बाद तो यह प्रभाव रहेगा।
जिनकी कुंडली में गुरु की स्थिति कमजोर है तो उनको ये उपाय अवश्य करने चाहिए-
गुरु की रिस्पेक्ट करिए।
गुरु फलदार पेड़ों के कारक है कारक है तो कोई एक फलदार पेड़ लगाइए जैसे-जैसे वो पेड़ बढ़ेगा उससे आपको गुरु के अच्छे फल मिलते हुए नजर आएंगे।
ॐ बृं बृहस्पतये नम: का जाप करें।
नरेश कुमार
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